-मंडलीय हॉस्पिटल में अल्ट्रासाउंड कराने के लिए डेली पहुंच रहे हैं नये-नये मरीज

-फ्री जांच होने के बाद से बढ़ गई पेशेंट्स की तादाद

-दीनदयाल हॉस्पिटल में भी अल्ट्रासाउंड कराने वाले मरीजों की उमड़ रही है भीड़

VARANASI

जब से शासन ने गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में सभी जांच को फ्री कर दिया है तब से हॉस्पिटल्स में मरीजों की तादाद भी काफी बढ़ गई है। पेट में हल्का दर्द, मरोड़ या हिचकी आ जा रही है तो अल्ट्रासाउंड कराने के लिये मरीज सीधे मंडलीय हॉस्पिटल पहुंच जा रहे हैं। रोजाना इस तरह के नये-नये मरीज मंडलीय हॉस्पिटल के अल्ट्रासाउंड कक्ष में पहुंच रहे हैं। ओपीडी में बैठे डॉक्टर्स भी अपना पीछा छुड़ाने के लिये पर्ची पर पहले अल्ट्रासाउंड के लिए लिख दे रहे हैं। इसके कारण अल्ट्रासाउंड कक्ष के बाहर डेली लगभग 50 से 60 पेशेंट्स की भीड़ उमड़ रही है। एक सितंबर के पहले यह भीड़ 20 से 25 हुआ करती थी। कमोबेश यही हाल दीनदयाल हॉस्पिटल में भी है।

दवा से पहले पर्ची पर अल्ट्रासाउंड

ओपीडी में पहुंचते ही मरीज की पर्ची पर सीधे अल्ट्रासाउंड कराने के लिए लिख दिया जा रहा है। सोमवार को मंडलीय हॉस्पिटल के ओपीडी में पहुंचे रियाजुल हक की पर्ची पर डॉक्टर ने कोई दवा नहीं लिखी बल्कि पहले अल्ट्रासाउंड कराने के लिए लिख दिया। एक एक कर ऐसे ही कई मरीज अल्ट्रासाउंड कराने के लिये पहुंच रहे हैं। जबकि जिन्हें वाकई में अल्ट्रासाउंड कराने की जरूरत होती है वो लेटलतीफी से बचने के लिए बाहर जाकर अल्ट्रासाउंड करा रहे हैं।

रोज होती है किचकिच

अल्ट्रासाउंड पहले कराने को लेकर मरीजों के तीमारदारों की ओर से अल्ट्रासाउंड कक्ष के बाहर डेली हंगामा व किचकिच किए जाने की नौबत आ जा रही है। इसका कारण यह है कि अल्ट्रासाउंड के लिये एक ही लेडी डॉक्टर हैं। उनके जिम्मे पर्ची भरना, अल्ट्रासाउंड करना, रिपोर्ट तैयार आदि बहुत से काम सौंपे गए हैं। साथ में एक भी स्टाफ नहीं होने के कारण उन्हें हर काम खुद ही करना पड़ता है। ऐसे में लेटलतीफी होने पर तीमारदार हंगामा करना शुरू कर देते हैं।

DDU में अल्ट्रासाउंड फुल

दीनदयाल उपाध्याय डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भी अल्ट्रासाउंड कक्ष में सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक मरीजों की जबदरदस्त भीड़ लगी रहती है। पहले जहां लगभग बीस मरीजों का अल्ट्रासाउंड होता था वहीं अब आंकड़ा भ्0 के पार चला गया है। भीड़ अधिक होने के कारण मरीजों को तीन से चार घंटे तक बैठना पड़ रहा है।

पहले ख्0 से ख्भ् मरीजों का अल्ट्रासाउंड होता था, लेकिन अब डेली भ्0 से भ्भ् मरीजों का अल्ट्रासाउंड करना पड़ रहा है। जिन्हें हिचकी भी आ रही वह भी अल्ट्रासाउंड कराने पहुंच आ रहे हैं।

डॉ। नेहा वर्मा

मंडलीय हॉस्पिटल, कबीरचौरा

फ्री जांच होने के बाद से अल्ट्रासाउंड कराने वाले मरीजों की भीड़ बढ़ी है। रोजाना अल्ट्रासाउंड कक्ष के बाहर मरीज सहित तीमारदारों की भीड़ उमड़ी रहती है।

डॉ.आरएन सिंह

सीएमएस, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल, पांडेयपुर