- चाइल्ड केयर नर्सिग होम पर सीएमओ की टीम ने मारा छापा

-संक्रमण के खतरे के बीच हो रहे थे ऑपरेशन, लगाया ताला

LUCKNOW:

चाइल्ड केयर नर्सिग होम में मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था। अस्पताल के जिस ऑपरेशन थिएटर में मरीजों के ऑपरेशन होते थे उसमें संक्रमण फैलाने का पूरा इंतजाम था। वहां जूते-चप्पल रखे थे। कुछ दिन पूर्व इसी कारण एक महिला मरीज को संक्रमण हो गया और वह वेंटीलेटर पर भर्ती होने के बाद कोमा में चली गई। शिकायत मिलने पर सीएमओ की टीम ने सोमवार को अस्पताल सीज कर दिया।

बिना रजिस्ट्रेशन चल रहा था

सीएमओ की टीम ने शिकायत मिलने पर वजीरबाग अंबरचौकी के पास चाइल्ड केयर नर्सिग होम में छापा मारा तो अस्पताल अवैध रुप से चलता मिला। न तो सीएमओ आफिस में रजिस्ट्रेशन था न ही फायर, पाल्यूशन और अन्य प्रकार की एनओसी। यहां गर्भवती साफिया को प्रसव पीड़ा होने पर 12 जनवरी को भर्ती कराया गया। शाम 7.45 बजे साफिया का सिजेरियन प्रसव कराया गया। जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई और वह संक्रमण के कारण बेहोश हो गई। परिजनों ने उसे एक अन्य निजी अस्पताल में वेंटीलेटर पर भर्ती कराया। जहां साफिया का इलाज वेंटीलेटर पर चल रहा है।

की गई थी शिकायत

अस्पताल की इस बड़ी लापरवाही की शिकायत मो। इमरान ने सीएमओ से की थी। जिसके बाद सीएमओ डॉ। जीएस बाजपेई के निर्देश पर सोमवार देर शाम एसीएमओ डॉ। सुनील रावत की टीम ने निरीक्षण कर जांच की ओर अस्पताल को सीज कर दिया।

ओटी में था खुला रोशनदान

एसीएमओ डॉ। सुनील रावत ने बताया कि शाम शाम करीब 6.45 बजे अस्पताल की जांच की तो पता चला कि एक कमरे को ओटी बना दिया गया था। जिसमें ओटी टेबल के नीचे गंदे जूते चप्पल रखे गए थे। ओटी में रोशनदान भी बना दिया गया था जिसमें रोशनी के साथ बीमारी फैलाने के लिए हवा और धूल भी आ रही थी।

गायब मिले बीयूएमएस डॉक्टर

एसीएमओ के निरीक्षण के दौरान सिर्फ जैद नाम का व्यक्ति ही मिला। जिसने बताया कि डॉ। गुलाम मुस्तफा व उनकी पत्‍‌नी का अस्पताल है। दोनों बीयूएमएस चिकित्सक हैं। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में संचालक का भाई पहुंचा जिसने कोई भी ऑपरेशन न होने का दावा किया।

डॉ। श्याम ने किया ऑपरेशन

सीएमओ की टीम के अनुसार मरीज का ऑपरेशन डॉ। श्याम सिंह ने किया था। वह जनरल सर्जन हैं और एक अस्पताल चलाते हैं। सीएमओ की टीम डॉ। श्याम सिंह से भी पूछताछ करेगी। उनकी भी जवाबदेही है। ऐसी ओटी में ऑपरेशन नहीं किया जा सकता। इतनी बड़ी लापरवाही के कारण ही मरीज वेंटीलेटर पर चली गई। डॉ। सुनील रावत वेंटीलेटर पर भर्ती साफिया को देखने भी गए।