- गर्म पानी से नहाएं लेकिन संभलकर

- अधिक ड्रायनेस होने से हो सकता है एग्जिमा

- एजिंग के कारण ड्रायनेस को करें मेंटेन

- झाग वाले तेल बाल में लगाने से बचें

PATNA : ठंड में गर्म पानी से नहाना किसे अच्छा नहीं लगता लेकिन ये आदत आपको बीमार भी बना सकता है। पानी ज्यादा गर्म हो या जल्दबाजी में बिना तेल यूज किये नहाने से स्निक में एक्सेसिव ड्राय हो सकता है। इससे न केवल इचिंग की समस्या होती है बल्कि स्किन डिजीज भी हो सकता है। खास तौर पर बच्चों की टेंडर स्किन को विशेष रूप से खतरा हो सकता है। एनएमसीएच के स्किन एंड वीडी डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ विकास शंकर ने बताया कि इन दिनों ऐसे केसेस अधिक संख्या में आ रहे हैं। अगर शुरू में इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो यह डेवलप कर एग्जिमा जैसी स्किन डिजीज का रूप ले सकता है।

बहुत गर्म पानी से न नहाएं

जब भी गर्म पानी से नहाना हो तो यह समझ लें कि वह ज्यादा गर्म तो नहीं है। ज्यादा गर्म पानी से स्किन में इचिंग और ड्रायनेस हो सकता है। इससे आप बीमार हो सकते हैं। दूसरी ओर बॉडी के इम्यून सिस्टम को यह प्रभावित करता है। खास तौर पर सिर पर गर्म पानी का असर और खराब हो सकता है। इसलिए जब गर्म पानी से नहाएं तो सावधानी बरतें।

सीजनल फ्रूट से बॉडी में वाटर लेवल करें मेंटेन

बॉडी के कवर के रूप में स्किन को हेल्दी रखने के लिए सीजनल फ्रूट बहुत यूजफुल है। खासकर फाइवर और वाटर इनरिच्ड फ्रूट का। खीरा, मूली, टमाटर और सेव आदि ऐसे ही कुछ चीजें हैं जिनसे स्किन को ग्लो मिलता है। खीरा को अगर स्किन पर लगाने की बजाय अधिक मात्रा में खाया जाए तो यह स्किन के लिए ज्यादा सेहतमंद होता है। फैशन के दौर में प्राय: इस बात को महत्व नहीं दिया जा रहा है।

एजिंग के साथ ड्रायनेस

हर किसी के स्किन में एक नेचुरल ऑयल बैलेंस होता है। यह एज के साथ कम होता जाता है। डॉ विकास शंकर ने बताया कि एज बढ़ने के साथ स्किन का नेचुरल ऑयल को मेनटेन करने के लिए मोस्चराइजर या क्रीम का यूज करना चाहिए। अगर आप मोस्चराइजर यूज नहीं करना चाहते हैं तो आप नहाने के थोड़ी देर बाद ऑलिव ऑयल या सन फ्लावर ऑयल का यूज पूरी बॉडी पर करें। इसके बाद नॉर्मल पानी से नहा लें। इससे आपकी बॉडी में एक्सेस तेल निकल जाएगा और स्किन की ड्रायनेस भी नहीं रहेगी।

झाग वाला तेल नुकसानदेह

अगर सिर में तेल लगाने के बाद भी खुजली या रूखापन महसूस हो तो सतर्क हो जाएं। यह आगे स्किन को और डैमेज कर सकता है। इसका कारण है झाग वाला तेल, तेज गंध वाले तेल या कलरफुल तेल। उदाहरण के लिए सरसों का तेल। इस तेल में झाग होता है और यह एलर्जी डेवलप करता है। अगर सिर में डैंड्रफ हो तो हफ्ते में दो बार शैम्पू यूज करें।

क्रीम लगाएं तो सावधानी बरतें

क्रीम लगाने पर स्किन पर मुहांसे उगने या उसके साइड इफेक्ट की शिकायत मिलती है। ड्रॉयनेस या स्किन पर खिंचाव महसूस होने पर क्रीम का यूज कॉमन है। क्रीम लेने से पहले यह ठीक से देख लें कि क्रीम नॉन-कोमोडोजेनिक है या नहीं। यह नॉन-कोमोडोजेनिक ही होना चाहिए तभी यह सेफ है। आम तौर पर कोमोडोजेनिक क्रीम से कील-मुहांसे होने का खतरा रहता है। पीएमसीएच के स्किन एंड वीडी डिपार्टमेंट के हेड डॉ आरकेपी सिंह के मुताबिक स्किन क्रीम के यूज में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।