LUCKNOW घरों के अंदर दुबके तीन लाख बिजली मीटरों को बाहर लगाया जाएगा। लेसा ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं इसके साथ ही खराब मीटरों के स्थान पर लगाए जाने वाले नए मीटरों तथा नए कनेक्शन में लगाए जाने वाले मीटरों को घर के बाहर लगाने संबंधी निर्देश भी जारी किए गए हैं।
रीडिंग लेने में समस्या
घरों के अंदर मीटर लगे होने से मीटर रीडरों को रीडिंग लेने में समस्या आती है। मीटर रीडिंग न होने से कंज्यूमर्स को औसत बिलिंग कर दी जाती है। जिसकी उपभोक्ताओं को भी परेशानी होती है।
अभियान का असर नहीं
पहले भी कई बार बिजली मीटरों को बाहर लगाने का अभियान चलाया गया है लेकिन इसका कोई असर देखने को नहीं मिला। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अभी भी तीन से साढ़े तीन लाख बिजली मीटर घरों के अंदर लगे हैं।
रोज हो रही चेकिंग
इस समय लेसा की ओर से बिजली मीटर चेकिंग का अभियान चलाया जा रहा है। डेली 15 से 20 मीटर बाहर लगाए जा रहे हैं। साथ ही जनता से अपील की जा रही है कि अगर बिजली मीटर घर के अंदर लगा हो तो उसे बाहर लगवा लें, अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
फैक्ट फाइल
घरों के अंदर बिजली मीटर लगे-3 लाख
रोजाना मीटर बाहर लगवाए जाते-15 से 20
रोजाना खराब मीटर बदले जाते-10 से 15
हर हाल में बाहर लगेंगे मीटर
लेसा टीमों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि अगर कोई भी कंज्यूमर नया बिजली कनेक्शन लेने आता है तो कनेक्शन के दौरान लगाया जाने वाला मीटर घर के बाहर ही लगाया जाए। अगर कोई कंज्यूमर मना करता है तो उसके खिलाफ कड़े स्टेप लिए जाएं।
कोट
करीब तीन लाख बिजली मीटर घरों के अंदर लगे हैं। इन मीटरों को घरों के बाहर लगवाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही जो नए बिजली कनेक्शन दिए जा रहे हैं, उनमें बिजली मीटर घरों के बाहर ही लगवाए जा रहे हैं।
आशुतोष कुमार, मुख्य अभियंता, लेसा