-चार बच्चों और दो महिलाओं ने मौके पर ही दम तोड़ा

-परवेज की छह माह की बेटी ने अस्पताल में दम तोड़ा

Meerut: काशीराम आवासीय योजना स्थित मकान में लगी भीषण आग ने जहां शहरवासियों के जहन को जकझोर कर रख दिया, वहीं मौत बनकर आई आग ने घर में सो रहे परिजनों को जान बचाने तक का मौका भी नहीं दिया।

नहीं मिला मौका

घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि कुछ ही पलों के भीतर पूरे मकान को लपटों ने अपनी चपेट में ले लिया। आग इतनी घनी थी कि मकान के भीतर का कुछ भी दिखाई नहीं पड़ रहा था। मकान का दरवाजा अंदर से बंद था। कुछ लोगों ने उस तक जाने का प्रयास भी किया तो आग ने उनको भी घेर लिया और वह जान बचाकर बाहर की ओर भागे।

बाहर आया परवेज

इसी बीच किसी तरह दरवाजा खुला और परवेज अपनी सात माह की बच्ची जोया का गोद में उठाकर लड़ खड़ाता हुआ बाहर आया। तभी बाहर खड़े स्कूटर से टकराकर वह जमीन पर गिर गया। परवेज का अधजला शरीर देख कर बाहर खड़े लोगों की चीख निकल गई। तभी कुछ लोगों ने परवेज और उसकी पुत्री को हॉस्पिटल भिजवाया।

खिड़की तोड़कर निकाले शव

आग लगने से मकान में गैस का दबाव इतना था कि आस-पास के मकानों के न केवल सीसों टूट गए, बल्कि उनकी दीवारों में भी दरार आ गई। शायद गैस के दबाव के चलते ही अंदर से दरवाजा नहीं खुल पाया होगा। तभी लोगों ने बाहरी खिड़की को तोड़कर मकान के भीतर से दोनों महिला और बच्चों के शवों को निकाला।