- 13वीं मेरिट होगी जारी, स्टूडेंट्स पर पड़ रही हैं भारी, एडमिशन जारी

- शैक्षिक कैलेंडर के अनुसार यूनिवर्सिटी पूरी नहीं कर पाएगी क्लासेज

- 75 परसेंट अटेंडेंस कैसे हों पाएंगी पूरी, यूनिवर्सिटी कैसे करेगी खेल

Meerut: सीसीएस यूनिवर्सिटी का कॉलेजों में शैक्षिक सत्र मानों मजाक बन गया है। यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों में एडमिशन प्रकिया चल रही है। मेरिटें आने पर लगी हुई हैं, जो रुकने का नाम नहीं ले रहीं। कॉलेजों में स्टूडेंट्स की 7भ् फीसदी प्रजेंट भी होनी जरूरी हैं। जो इस सत्र में होना संभव नहीं है। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी ने शैक्षिक सत्र कैलेंडर काफी समय पहले जारी कर दिया है। जिसके अनुसार दी गई डेट पर कुछ संभव नहीं हैं। अब देखना है कि यूनिवर्सिटी कैसे इस शैक्षिक सत्र पर खरी उतर पाएगी।

यह होना चाहिए

कॉलेज और यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स की उपस्थिति 7भ् फीसदी होनी चाहिएं। सुप्रीम कोर्ट के अनुसार इससे कम उपस्थिति वाले स्टूडेंट्स को परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा। इसके लिए कम से कम दो दिन से अधिक की क्लासेज होनी जरूरी हैं। जो यूनिवर्सिटी के शैक्षिक कैलेंडर के अनुसार तो हो नहीं सकतीं। एक जुलाई से शैक्षिक सत्र माना जाता है, लेकिन यूनिवर्सिटीज इसको जुलाई के लास्ट तक ले जाते हैं। फिर भी 7भ् परसेंट अटेंडेंस होना संभव नहीं होता।

कैसे होगा काम

यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों में रजिस्ट्रेशन से लेकर एडमिशन तक डेट पर डेट बढ़ती जा रही हैं। अभी तक कॉलेजों में एडमिशन भी पूरे नहीं हुए हैं। आठवीं मेरिट के बाद अब नौवीं मेरिट आएगी। इसके बाद दसवीं और हो सका तो ग्यारहवीं भी। यूनिवर्सिटी सेशन को ढर्रे पर लाने की कोशिश कर रही है, लेकिन हालात ये है कि ढर्रा ही बिगड़ रहा है। यूनिवर्सिटी ने कॉलेजों में अपना सेशन क्ब् अगस्त से शुरू कर दिया है। एडमिशन हुए नहीं और क्लासेज शुरू कर दी गई।

हालात सामान्य नहीं होंगे

देखा जाए तो कॉलेजों में सेमेस्टर सिस्टम लागू हैं। सेमेस्टर में पढ़ाई के साथ उसके एग्जाम भी होने हैं। बीच में छुट्टियां भी हैं। एक सेमेस्टर के एग्जाम के लिए कम से कम एक महीना लगता है। इसके बाद प्रैक्टिकल भी होंगे। शीतकालीन छुट्टियां भी पड़ेंगी। ऐसे में क्लासेज डेढ़ सौ दिन भी चल जाएं गनीमत होगी। जो कैलेंडर यूनिवर्सिटी ने जारी किया है उसके अनुसार शायद ही कुछ काम हो पाएगा। यूनिवर्सिटी ने तो ख्0क्भ् के रिजल्ट की भी डेट जारी कर दी है।

-----------------

कैलेंडर का सीन

- क्ब् अगस्त से कॉलेजों में शिक्षण कार्य शुरू शुरू।

स्थिति - अभी तक एडमिशन पूरे नहीं हुए। मेरिट आए जा रही हैं, एडमिशन चल रहे हैं, फिर कैसे क्लासेज शुरू हो सकती हैं। जबकि एडमिशन कंपलीट होने के बाद ही क्लासेज शुरू होनी चाहिएं। नहीं तो बचे हुए बच्चों की पढ़ाई छूट जाएगी।

- ख्0 सितंबर से म् अक्टूबर तक एग्जाम फार्म भी भरे जाने हैं।

स्थिति - इस सेशन में फ‌र्स्ट सेमेस्टर के लिए परीक्षा फार्म भरने की डेट ख्0 सितंबर से छह अक्टूबर होगी। यानि क्म् दिन में एग्जाम फार्म भरे जाने हैं। जो इस यूनिवर्सिटी के लिए कतई संभव नहीं हैं।

- क्0 अक्टूबर से क्ख् अक्टूबर तक यूनिवर्सिटी में कॉलेजों को फार्म सबमिट करने हैं।

स्थिति - दो दिन में कॉलेजों को फार्म सबमिट करने हैं। आजतक कॉलेज दो दिन में कभी एग्जाम फार्म सबमिट नहीं कर पाए। इसके लिए भी कई दिन लगेंगे।

- क्म् नवंबर से फ‌र्स्ट सेमेस्टर और क्म् जनवरी ख्0क्भ् से द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षा कार्यक्रम कॉलेजों को भेजा जाएगा।

स्थिति - दूसरे सेमेस्टर के लिए कॉलेजों को परीक्षा कार्यक्रम भेज दिया जाएगा। पहले सेमेस्टर की परीक्षाएं और रिजल्ट जारी नहीं होगा और अगला प्रोग्राम यूनिवर्सिटी कॉलेजों को भेज देगी।

- फ्0 नवंबर से फ‌र्स्ट सेमेस्टर और क्म् फरवरी ख्0क्भ् से द्वितीय सेमेस्टर प्रयोगात्मक परीक्षाओं के लिए परीक्षकों की लिस्ट भेजने आयोजित होंगी।

स्थिति - प्रैक्टिकल के लिए भी कॉलेजों को समय चाहिए। बच्चों का प्रैक्टिकल और उसके अंक आने में समय लगेगा। जिसके लिए कई दिन चाहिएं। पढ़ाई से अलग इसके लिए समय चाहिए।

स्थिति - शैक्षिक सत्र खत्म होने के लिए प्रथम सेमेस्टर की डेट ख्0 दिसंबर और द्वितीय सेमेस्टर के लिए ख्8 फरवरी तय की गई।

- दोनों सेमेस्टर की पढ़ाई का समय दिया गया। इस बीच इनके एग्जाम भी होंगे, प्रैक्टिकल भी होंगे और फिर रिजल्ट भी आएगा। पढ़ाई तो दो महीने भी ठीक से नहीं होगी। कॉलेज में बच्चे जाएंगे कितने दिन।

- रेगूलर और प्राइवेट परीक्षाएं फ‌र्स्ट सेमेस्टर की ख् जनवरी ख्0क्भ् और वार्षिक एग्जाम क्0 मार्च ख्0क्भ् से शुरू होंगे।

स्थिति - इसके साथ ही आखिरी एग्जाम होंगे। जो कतई संभव नहीं हैं कि एग्जाम हो जाएंगे। इनके एग्जाम इन डेट के बीच नहीं हो सकते, यह तो यूनिवर्सिटी भी जानती है। फिर भी डेट देने में क्या जाता है।

- क्0 मई ख्0क्भ् से साल के फाइनल एग्जाम शुरू होंगे।

स्थिति - क्रांति के दिन से शुरू होने वाले यह एग्जाम क्रांति कर सकते हैं। क्योंकि स्टूडेंट्स की क्लासेज 7भ् परसेंट होंगी नहीं, स्टूडेंट्स को परीक्षा में कैसे बैठाया जाएगा। वीसी फिर इनको छूट देंगे और एग्जाम कराने की कोशिश करेंगे। मगर नियत डेट पर संभव ही नहीं।

- परीक्षाओं का रिजल्ट घोषित होग फ्0 जून ख्0क्भ् तक।

स्थिति - यूनिवर्सिटी के शैक्षिक कैलेंडर में एग्जाम के रिजल्ट की तारीख फ्0 जून तय की गई है। इस डेट तक एग्जाम खत्म हो जाएंगे यह पक्का नहीं है। इस बार ही एग्जाम जुलाई में जाकर खत्म हुए। इससे साफ है कि सेशन लेट होगा। यूनिवर्सिटी इसको समय पर लाने के लिए कितने भी घोड़े खोल ले, नहीं आ सकता।

ये छुट्टियां भी होंगी।

- शीत कालीन अवकाश ख्भ् दिसंबर से एक जनवरी ख्0क्भ् तक होंगी।

- ग्रीष्म अवकाश क्भ् मई ख्0क्भ् से 9 जुलाई ख्0क्भ् तक।

-------------

ये कहते हैं स्टूडेंट्स

यूनिवर्सिटी का यह शैक्षिक कैलेंडर तो पहले ही फेल हो गया। क्ब् अगस्त से क्लासेज चलाने के निर्देश तो दे दिए पर अभी तक एडमिशन किए नहीं हैं। यूनिवर्सिटी ने शैक्षिक सत्र का खेल बना दिया है। - गगन सोम, स्टूडेंट्स लीडर

हम बार-बार वीसी से मिलकर समस्या रखते हैं। इसके बाद भी कुछ नहीं हो पा रहा है। शैक्षिक सत्र तो लेट होगा। अभी तक एडमिशन तो पूरे हुए नहीं। रिजल्ट तक की डेट जारी कर दी। आजतक कभी समय पर कुछ नहीं हुआ। - मीनल गौतम, स्टूडेंट्स लीडर

शैक्षिक सत्र तो मजाक बन गया है। 7भ् फीसदी प्रजेंट कॉलेज वाले कैसे पूरी करेंगे। किसी भी कीमत पर नहीं हो सकतीं। वैसे ही शैक्षिक सत्र लेट हो गया है। और अभी पढ़ाई भी चालू नहीं हुई। पढ़ाई भी है, सेमेस्टर एग्जाम भी हैं और छुट्टियां भी हैं, सत्र समय पर हो ही नहीं सकता। - अंकित चौधरी, स्टूडेंट्स लीडर

इस यूनिवर्सिटी में गड़बड़ी के अलावा कुछ नहीं होता। शैक्षिक सत्र कभी समय पर पूरा हुआ है जो अब होगा। एडमिशन पूरे हो नहीं रहे, क्लासेज भी नहीं चल रहीं, अभी तो सेमेस्टर एग्जाम होने हैं, जिनके लिए कम से कम एक महीने का समय चाहिए। 7भ् फीसदी प्रजेंट तो कतई नहीं हो सकतीं। - दुष्यंत तोमर, स्टूडेंट्स