- हैकर्स अपने साफ्टवेयर को हर दिन प्रोटेक्ट करते हैं। इनका काम इनके क्लांइट के साथ होने वाली हैकिंग को रोकना होता है। ये अपने क्लांइट की हर जानकारी को सुरक्षित रखते हैं। फिर चाहे बेबसाइट, फोन, एप्लीकेशन, नेटवर्क कोई भी वीक प्वाइंट या लूप जिसे हैकर्स इस्तेमाल कर सकते हैं। इनका काम सभी को सिक्योर करना होता है।  

- हैकर्स आप के इमोशन के साथ खेलते हैं। वो आप को ऐसा मेल करेंगे जिससे आप कंफ्यूज हो जाये और अपनी सिक्योरिटी को लूज करे। ये बिलकुल वैसा ही होता है जैसे कोई गर्भवती महिला आप को मदद के लिए पुकारे। ऐसे में आप खुद को रोक नहीं सकते और हैकर्स के लिए इतना समय ही बहुत होता है। इतनी देर में वो आप के कंप्यूटर का पूरा डाटा चुरा लेते हैं। जिससे आप को नुकसान हो सकता है।

- हम कंप्यूटर, लैपटाप, बैंक एटीएम या किसी भी ऑनलाइन चीज का पासवर्ड एक ही रखते हैं। जबकि उसे समय-समय पर बदलते रहना चाहिए। इससे आप को एकाउंट सुरक्षित रहता है फिर चाहे वो कैसे भी एकाउंट हो जहां आप की प्राईवेट जानकारी रखी गई है। हैकर आप को स्पैम मेल भेज कर भी झांसे में ले सकता है। इसके जरिए आप उससे अपनी पर्सनल जानकारी शेयर कर सकते हैं। तो बिना किसी मेल को जांचे परखे उसका रिप्लाई नहीं करना चाहिए।

- बेबसाइट पर आप की जानकारी को सिक्योर करने के लिए कुछ प्राईवेट क्वैश्चन पूछे जाते है। ये उस समय के लिये होते हैं जब आप कभी अपना पासवर्ड भूल जायें। ताकि आप इन सवालों का जबाव देकर अपना पासवर्ड जान सकें। पर ये सवाल बहुत कॉमन होते हैं। कोई भी आप के बारे में थोड़ी सी जानकारी इकठ्ठी कर इनका जबाव दे सकता है। ऐसे में आप जिन क्वैशन को चूज करें और उनका जबाव भरें बहुत सोच समझ कर भरना चाहिए।

- आप की जिंदगी से जुड़ी हुई कोई भी जानकारी आप को किसी भी बेबसाइट, नेटवर्क या साइट पर शेयर नहीं करनी चाहिये। इससे आप की जानकारी कोई भी कभी भी चुरा सकता है। सोशल मीडिया साइट्स पर आप को अपनी जानकारी नहीं शेयर करनी चाहिए। आप के जानने वाले आप का नाम और नंबर जानते हैं ऐसे में आप इसे अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर शेयर ना करें। अपनी सभी जानकारियों को सुरक्षित रखना आप की जिम्मेदारी है।

- आप गलती से कोई सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर लेते हैं जो चुपके से आपकी जानकारियां नेटबैंकिंग के पासवर्ड और कार्ड की डीलेट्स आदि हैकर्स को भेजता रहता है। हैकर्स ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार करते हैं जो एटीएम या बैंक सर्वर्स के कंप्यूटर सिस्टम को डैमेज कर देते हैं। इससे वे गोपनीय जानकारियां हासिल कर लेते हैं।

- ऐप स्टोर्स के अलावा किसी वेबसाइट वगैरह से ऐप डाउनलोड करना खतरनाक होता है। ऐसे ऐप्स भी कई बार डाउनलोड हो जाते हैं जो आपके फोन से पासवर्ड वगैरह चुराकर हैकर्स को भेज देते हैं। इन डीटेल्स की मदद से वे गलत ट्रांजैक्शंस को अंजाम दे देते हैं।

- शॉपिंग के अलावा ऑनलाइन बैंकिंग और बिल पेमेंट जैसे कई काम किए जाते हैं। इससे सुविधा तो होती है, मगर हैकर्स का खतरा भी बना रहता है। पिछले दिनों एसबीआई, यस बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और ऐक्सिस बैंक जैसे बड़े बैंक भी हैकिंग से प्रभावित हो गए।

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