स्लग: शादी समारोह से चोरी कर लौट रहे तीन बच्चे निहाल विहार इलाके में पकड़ाए, चोरी के महंगे मोबाइल बरामद

-पूछताछ में बच्चों ने साहिबगंज निवासी बताया, कहा-नौकरी का झांसा देकर लाए थे दिल्ली

RANCHI(01 Jan): दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे मानव तस्कर गिरोह को पकड़ा है, जो झारखंड के बच्चों को नौकरी दिलाने के नाम पर दिल्ली ले जाकर चोरी करवाता था। 10-11 साल के इन बच्चों से गिरोह के मेंबर्स मॉल, बाजार, दुकानों व शादी समारोहों में चोरी करवाते थे। शादी समारोह से चोरी कर लौट रहे ऐसे ही तीन बच्चों को पुलिस ने निहाल विहार इलाके में चेकिंग के दौरान पकड़ लिया। पुलिस ने इनके पास से चोरी के महंगे मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। कीर्ति नगर थाने की पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला मानव तस्कर सभी को झारखंड के साहिबगंज जिले से नौकरी दिलाने के नाम पर लाकर चोरी करवा रहा है। बच्चों के बयान पर पुलिस ने मानव तस्कर गिरोह के तीन बदमाशों को दबोचा।

लंबे समय से चल रहा था गिरोह

मिली जानकारी के मुताबिक, ये गैंग काफी लंबे समय से इलाके में एक्टिव था। बच्चों को झारखंड से 30 हजार रुपए की नौकरी दिलाने के बहाने दिल्ली लेकर आए थे। गैंग के ऊपर चोरी के चार मामले दर्ज हैं। इस गैंग ने इससे पहले भी कितने परिवारों से इसी तरह से बच्चे लाकर अपराध करवाए हैं। पुलिस ने बच्चों की काउंसिलिंग भी करवाई है, जिसमे उन्होंने बताया कि सभी को झारखंड से लाया गया है।

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पहले भी पकड़े जा चुके हैं कई मानव तस्कर

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने लड़कियों को बेचने वाले गिरोह में शामिल पति-पत्‍‌नी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। ये झारखंड व बिहार से गरीब लड़कियों को बहला-फुसलाकर नशीला पदार्थ खिला देते थे और उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा में ले जाकर बेच देते थे। ये गिरोह उन लोगों को लड़कियां बेचते थे, जिनकी शादी नहीं हो पाती थी। गिरोह के सरगना अरविंद और उसकी पत्‍‌नी ने पुलिस को बताया था कि गिरोह अब तक सात लड़कियों का सौदा कर चुका है। गौरतलब हो कि बसिया पुलिस ने नौ माह पूर्व एक नाबालिग बच्ची को दिल्ली में बेचने के आरोप में तीन महिला मानव तस्करों बसंती देवा ग्राम पंथा, शोभा कुमारी ग्राम पतुरा लोंगा दोनों थाना बसिया जिला गुमला व रांची की पूजा देवी को जेल भेज दिया है। इसी कड़ी में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को भी दबोचा, जिसमें अभियुक्त बच्चों का अपहरण कर देश-विदेश में बेचने का काम करते हैं।

वर्जन

राज्य सरकार चाइल्ड ट्रैफिकिंग को लेकर प्रचार-प्रसार कर रही है और इसकी रोकथाम को लेकर बाल संरक्षण आयोग का गठन कर अपनी पीठ भी थपथपा रही है। लेकिन, सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद कुछ ट्रैफिकिंग गिरोह अभी भी सक्रिय हैं।

-वैद्यनाथ, सोशल वर्कर