JAMSHEDPUR: खाते में वेतन कम आने पर टाटा मोटर्स में बाइ सिक्स कर्मचारियों ने बुधवार को जमकर प्रदर्शन किया और उत्पादन ठप कराया। इससे कंपनी को क्भ् से ख्0 करोड़ रुपए का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। प्रदर्शन में करीब ब्000 अस्थाई कर्मचारी शामिल हुए।

टाटा मोटर्स में फ्क् जुलाई को ग्रेड रिवीजन हुआ था। पांच सितंबर को स्थायी व बाई सिक्स कर्मचारियों को पे स्लिप में कई खामियां मिलीं। वेतन स्लिप में जुलाई के वेतन के अनुपात में कर्मचारियों के खाते में पांच से छह हजार रुपए कम आए। इससे बाइ सिक्स कर्मी भड़क गए और और मंगलवार को प्लांट परिसर में प्रदर्शन किया। प्रबंधन ने मंगलवार को ही सर्कुलर जारी कर खामियों को ठीक कर 70 फीसद राशि शाम सात बजे तक भेजने और बाकी राशि तीन-चार दिनों में भेजने का आश्वासन दिया था, लेकिन कर्मियों के खाते में पैसे नहीं पहुंचे।

सड़क पर ही बैठ गए

इससे नाराज होकर बाइ-सिक्स कर्मचारियों ने बुधवार की सुबह ए शिफ्ट में उत्पादन ठप कर दिया और 9.फ्0 बजे जनरल ऑफिस गेट के सामने सड़क पर ही बैठ गए। इस दौरान मैनेजमेंट के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कर्मियों के धरने पर बैठने की सूचना पर प्लांट हेड संपत कुमार सुबह क्क्.फ्0 बजे धरना स्थल पर पहुंचे और कैंटीन हॉल में वार्ता करने के लिए कहा। प्रदर्शनकारी इस पर तैयार नहीं हुए। कहा कि जो बात करनी है, यहीं करें। कर्मचारियों के उग्र तेवर देखकर प्लांट हेड वापस लौट गए। कंपनी पदाधिकारियों ने प्रदर्शन कर रहे कर्मियों को काफी समझाया, लेकिन वे कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। दोपहर क्.फ्0 बजे प्लांट हेड ने संदेश भेजवाया कि पांच प्रतिनिधि टाटा मोटर्स कंट्रोल रूम में आकर वार्ता करें। बातचीत हुई लेकिन बात नहीं बनी। बाइ सिक्स कर्मियों ने लिखित आश्वासन नहीं मिलने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही है। समाचार लिखे जाने तक आंदोलन चल रहा था।

उत्पादन कार्य प्रभावित नहीं हुआ है। कर्मचारियों के एलटीएस का समझौता पिछले महीने ही हो चुका है। इसके बावजूद अस्थायी कर्मचारी वेतन में अतिरिक्त बढ़ोतरी को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वेतन विसंगतियों को जल्द दूर कर लिया जाएगा।

-टाटा मोटर्स प्रबंधन