JAMSHEDPUR: वीमेंस कॉलेज की स्टूडेंट्स गुस्से में थीं। गुस्सा, उन्हें सही जानकारी नहीं देने को लेकर। नाराजगी थी पिछले कई दिनों से उनकी बात नहीं सुनने के खिलाफ। कई दिनों से चला आ रहा हंगामा बुधवार को चरम पर था। लड़कियां किसी की सुनने को तैयार नहीं थीं। उनकी अपनी मांग थी। जिस कोर्स में एडमिशन लिया उसी की डिग्री की मांग। बात सीएम तक पहुंच चुकी थी। वीसी को आना था। सो, बुधवार को वे कॉलेज आए। फिर क्या, स्टूडेंट्स को समझाने की कोशिश हुई, हंगामा हुआ, नारेबाजी और फिर बात वीसी के साथ धक्का-मुक्की तक पहुंच गई। पुलिस पहुंची पर कैंपस में वह भी लाचार दिखी। कॉलेज की स्टूडेंट्स सुबह 8:फ्0 बजे ही कॉलेज पहुंच गई थीं। वीसी पहुंचे सुबह लगभग क्0 बजे और हंगामा खत्म हुआ दोपहर लगभग ख् बजे।

पे्रसिडेंट भी नहीं दे सकते तो हम कैसे दें वह डिग्री

कोल्हान यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ आरपीपी सिंह स्टूडेंट्स को यह समझाने आए थे कि बीबीए और बीसीए की डिग्री केयू द्वारा नहीं दी जा सकती। उन्हें यह भी बताना था कि स्टूडेंट्स को जो डिग्री दी जा रही है वह बीबीए और बीसीए से किसी तरह से कम नहीं। इसके लिए वे अपने साथ यूजीसी के रेगुलेशन की कॉपी भी लाए थे। स्टूडेंट्स द्वारा बीबीए और बीसीए की डिग्री देने की डिमांड किए जाने पर वीसी ने कहा कि वे यूजीसी के रेगुलेशन के एकॉर्डिग ही डिग्री दे सकते हैं। बात बढ़ जाने पर वीसी ने स्टूडेंट्स से कहा कि बीबीए और बीसीए की डिग्री भारत के राष्ट्रपति भी उन्हें नहीं दिला सकते।

मेन गेट पर ही वीसी को स्टूडेंट्स ने रोका

वीसी सुबह लगभग क्0 बजे वीमेंस कॉलेज पहुंचे। ग‌र्ल्स साढ़े आठ बजे से ही गेट के सामने बैठी हुई थीं। वीसी के पहुंचते ही उन्होंने गेट जाम कर दिया और वीसी को अंदर नहीं जाने दिया। वीसी को मेन गेट के बाहर ही स्टूडेंट्स से बात करनी पड़ी। काफी देर तक रूल्स एंड रेगुलेशन समझाने के बाद भी स्टूडेंट्स डिग्री के अलावा कुछ सुनने को तैयार नहीं हुई तो वीसी कैंपस स्थित इंडोर स्टेडियम पहुंचे। वहां तक पहुंचने में भी उन्हें स्टूडेंट्स के विरोध का सामना करना पड़ा।

और वीसी को बाहर जाने से रोक दिया

इंडोर स्टेडियम हॉल पहुंचने के बाद वीसी माइक पर फिर से स्टूडेंट्स को यह बताने की कोशिश करने लगे कि केयू स्टूडेंट्स को बीबीए, बीसीए की डिग्री नहीं दे सकते। काफी देर तक स्टूडेंट्स और उनके बीच डिग्री को लेकर इंट्रैक्शन हुआ। पर बात नहीं बनी। फिर क्या था, स्टूडेंट्स हंगामे पर उतर आई। स्थिति बिगड़ने लगी तो पुलिस ने वहां से वीसी को बाहर निकालना चाहा। पर स्टूडेंट्स वीसी को वहां से निकलने देने को तैयार नहीं थीं। स्टूडेंट्स ने हॉल के दोनों गेट को बंद कर दिया और वहां खड़ी हो गई। काफी देर तक हॉल से लगे रूम में पुलिस प्रोटेक्शन में वीसी को रहना पड़ा। काफी देर बाद मुश्किल से वीसी को हॉल से बाहर निकाला गया।

वीसी की गाड़ी के टायर की हवा निकाल दी

वीसी पुलिस प्रोटेक्शन में इंडोर स्टेडियम के हॉल से बाहर निकल गए पर उन्हें कैंपस से बाहर जाने से रोकने के लिए स्टूडेंट्स ने उनकी गाड़ी के टायर की हवा निकाल दी। इंडोर स्टेडियम के सामने खड़ी उनकी गाड़ी के आगे के और पीछे के एक-एक पहिए की हवा निकाल दी। इसके बाद ग‌र्ल्स उनकी गाड़ी के पास ही हंगामा करने लगीं।

गार्ड को धक्का देकर भगाया

वीसी की गाड़ी के पहिए की हवा निकालते देख कॉलेज के गेट पर तैनात रहने वाला गार्ड स्टूडेंट्स के पास पहुंचकर ऐसा करने से रोकने की कोशिश करने लगा। यह देखकर स्टूडेंट्स काफी गुस्से में आ गई और उन्होंने गार्ड को धक्का देकर वहां से भ्ागा दिया।

एक्स प्रोवीसी की गाड़ी को रोका

स्टूडेंट्स ने कॉलेज के मेन गेट को जाम कर रखा था। किसी को भी कैंपस से बाहर जाने नहीं दे रही थीं। उसी बीच केयू की एक्स प्रोवीसी और कॉलेज की सीनियर फैकल्टी मेंबर डॉ लक्ष्मीश्री बनर्जी अपनी गाड़ी से कॉलेज से निकलना चाह रही थीं। स्टूडेंट्स ने उन्हें जाने से रोक दिया। काफी देर तक गाड़ी में बैठे रहने के बाद डॉ बनर्जी गाड़ी से बाहर निकलकर खड़ी हो गई।

मार्कशीट और एडमिट कार्ड में होगा करेक्शन, प्रॉस्पेक्टस वापस लिया जाएगा

वीसी से इंट्रैक्शन के दौरान बीबीए और बीसीए की स्टूडेंट्स ने वीसी को एडमिट कार्ड, प्रॉस्पेक्टस, रजिस्ट्रेशन स्लिप और मार्कशीट दिखाया। प्रॉस्पेक्टस में बीबीए, बीसीए लिखा था, एडमिट कार्ड पर भी बीबीए और बीसीए प्रिंट किया हुआ था। रजिस्ट्रेशन स्लिप पर बीएससी ऑनर्स इन वोकेशनल को काटकर बीसीए लिखा हुआ था। पर मार्कशीट में बीबीए और बीबीए का कहीं उल्लेख नहीं था। इसपर वीसी ने बीबीए और बीसीए लिखे प्रॉस्पेक्टस को वापस लेने और मार्कशीट एवं एडमिट कार्ड में करेक्शन कराने की बात कही। प्रॉस्पेक्टस से बीबीए, बीसीए का नाम हटाया जाएगा और मार्कशीट में बीएससी (वोकेशनल) ऑनर्स इन कंप्यूटर अप्लीकेशन और बीकॉम (वोकेशनल) ऑनर्स इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन लिखवाने की बात उन्होंने कही। प्रिंसिपल चैंबर में पहुंचने के बाद वीसी ने कुछ स्टूडेंट्स रिप्रजेंटेटिव्स को बुलवाया और उन्हें सारी बात बताई।

क्या है मामला

कोल्हान यूनिवर्सिटी के कॉलेजेज में बीबीए और बीसीए जैसे वोकेशनल कोर्सेज के नाम पर एडमिशन तो लिए जाते रहे हैं पर केयू द्वारा इस नाम से डिग्री नहीं दी जाती। केयू एडमिनिस्ट्रेशन का कहना है कि यूजीसी द्वारा जारी कोर्सेज और डिग्रियों की नामावली में शामिल डिग्रियां ही दी जा सकती हैं। इसमें बीसीए की जगह बीएससी (ऑनर्स) इन कंप्यूटर अप्लीकेशन और बीबीए की जगह बीकॉम (ऑनर्स) इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डिग्री दी जाती है। केयू के वीसी का कहना है कि बीबीए, बीसीए और केयू की डिग्रियों के बीच कोई अंतर नहीं है जबकि स्टूडेंट्स का कहना है कि जब उन्होंने बीबीए और बीसीए के कोर्स में एडमिशन लिया तो उन्हें डिग्री भी बीबीए और बीसीए की ही चाहिए। स्टूडेंट्स की नाराजगी इस वजह से भी है क्योंकि उन्हें एडमिशन के समय दिए गए प्रॉस्पेक्टस में बीबीए और बीसीए लिखा हुआ है, उनसे किसी ने सही बात कही ताकि कंफ्यूजन दूर हो पाए। केयू एडमिनिस्ट्रेशन का कहना है कि पिछले सालों में एक भी ऐसा मामला नहीं आया जिसमें केयू द्वारा दी जा रही डिग्री को मानने से किसी इंस्टीट्यूशन ने मना किया हो या जॉब हासिल करने में इस वजह से स्टूडेंट्स को कोई परेशानी हुई हो।