गुस्साए लोगों ने बवाल करना शुरू कर दिया। पब्लिक और पुलिस के बीच लोगों की नोकझोंक ही नहीं हाथापाई भी हुई। देखते ही देखते लोग हाइवे पर जमा हो गए। हाइवे जाम कर रहे लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया। इस पर लोगों ने भी पुलिस पर जवाबी पथराव किया। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने टीयर गैस के गोले छोड़े और कई राउंड फायर किए। फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि पीएसी का जवान व एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गए। बवाल के चलते करीब चार घंटे तक हाइवे पर लोग जाम में फंसे रहे।

जब भड़क उठे लोग  

जानकारी के मुताबिक एत्मादपुर का रहने वाला राजकुमार (45) शाम छह बजे घर से दुकान पर कुछ सामान लेने गया था। रोड पार करते हुए किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी। वह बुरी तरह घायल सड़क पर काफी देर तक पड़ा रहा। लोकल लोगों ने उसे वहां पड़े देखा तो वे पुलिस के पास छलेसर चौकी पर पहुंचे।

लोगों ने पुलिस को मामले की जानकारी देने की कोशिश की लेकिन पुलिसकर्मी नशे में थे। उन्होंने बात को अनसुना कर दिया। इस पर लोग भड़क उठे. 

कर दिया हाइवे जाम

गुस्साए लोगों ने हाइवे पर हंगामा करना शुरू कर दिया। जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। बवाल की सूचना का मैसेज वायरलेस पर फ्लैश होते ही आसपास के कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। लोगों को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन गुस्साई भीड़ ने पुलिस की एक नहीं सुनी।

बंदूकों से मुकाबला 

लोगों को रोकने के लिए पुलिस ने टीयर गैस के गोले दागे व कई राउंड फायरिंग की। पुलिस की फायरिंग में बंगारा गांव के रहने वाले अशोक कुमार की मौत हो गई। जबकि रूकमणी देवी व पीएसी का जवान राजकुमार घायल हो गया। दोनों को गंभीर हालत में हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है.  

तो न होता हंगामा

यदि एक्सीडेंट की सूचना देने पहुंचे लोगों की बात को पुलिस ने सुन लिया होता तो शायद इतना बड़ा हंगामा नहीं होता, न ही एक बेकसूर आदमी को अपनी जान गंवानी पड़ती। पुलिसकर्मियों ने नशे में होने के कारण लोगों को वहां से टरका दिया। नतीजन इतना बड़ा हंगामा हुआ।

इलाके में तनाव

पुलिस फायरिंग में एक्सीडेंट में घायल राजकुमार के चचेरे भाई बंंगारा के अशोक की मौत के बाद इलाके में तनाव है। एहतियात के तौर पर आसपास के सारे इलाके में भारी फोर्स की तैनाती कर दी गई। देर रात तक कमिश्नर अमृत अभिजात, डीआईजी असीम अरुण, सीडीओ राजकुमार श्रीवास्तव, एसडीएम एत्मादपुर राजकुमार सहित पुलिस औरप्रशासन के आला अधिकारी मौजूद थे।