RANCHI : बिरसा चौक पर पिछले नौ दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे एनआरएचएम कर्मियों (एमपीडब्ल्यू) की हालत रविवार को अचानक बिगड़ गई। नौ लोगों को गंभीर हालत में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एनआरएचएम के प्रदेश अध्यक्ष राहुल प्रताप सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा एनआरएचएम कर्मियों के अनुबंध विस्तार पर हस्ताक्षर करने के बावजूद एनआरएचएम कर्मियों को काम पर नहीं बुलाया जा रहा है। इसी के विरोध में वे लोग पिछले नौ दिनों से हड़ताल पर है। स्वास्थ्य सचिव की लापरवाही के विरोध में वे लोग बिरसा चौक पर अनशन कर रहे है। अगर जल्द ही हमें काम पर नहीं बुलाया गया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। अस्पताल में भर्ती कर्मियों से मिलने आलोक दुबे, शिवानी दास और मुसलिम लीग के अध्यक्ष अहमद अली भी पहुंचे और उनका हाल जाना।

स्थिति नाजुक होने पर लाया गया सदर अस्पताल

बिरसा चौक पर भूख हड़ताल पर बैठे क्क् एनआरएचएम कर्मियों में से नौ की हालत बिगड़ने पर उन्हें सदर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जिन्में जावेद अंसारी, फखरुद्दीन, सुनील कुमार, अवधेश कुमार, बिमल किशोर साव, सुशील कुमार शुक्ला समेत दो और लोगों को गंभीर स्थिति में लाया गया जिन्हें तत्काल सलाइन चढ़ाया गया। दवा देने के बाद उनकी स्थिति में सुधार आया। हॉस्पिटल में भी उन्होंने भूख हड़ताल जारी रखी है।

विरोध में आज करेंगे भिक्षाटन

स्वास्थ्य सचिव के रवैये से परेशान एनआरएचएम कर्मी सोमवार को बिरसा चौक से लेकर हिनू चौक तक भिक्षाटन करेंगे। इसमें संगठन के अध्यक्ष राहुल प्रताप के नेतृत्व में सहकर्मी भिक्षाटन करेंगे।

काम पर नहीं बुलाया गया तो करेंगे आत्मदाह

स्वास्थ्य सचिव की लापरवाही से परेशान कर्मियों ने आत्मदाह की धमकी दी है। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक पेंच लगाकर उनकी फाइलों को आगे नहीं बढ़ाया जा रहा है। अगर तीस जनवरी तक हमें काम पर नहीं बुलाया गया तो बिरसा चौक पर आत्मदाह का निर्णय लिया गया है।