RANCHI: अरुण तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी की हत्या की एक वजह उसके नाम भ्0 लाख का इंश्योरेंस भी था। हत्या की मुख्य आरोपी पत्नी किरण को पता था कि मुन्ना तिवारी ने खुद का इंश्योरेंस कराया है, जिसकी नामिनी में उसी का नाम है। इसके बावजूद किरण को डर था कि मुन्ना कहीं उसे छोड़ न दे। ऐसे में पैसे के लालच में भी उसने सौतेले देवर विनय कुमार तिवारी उर्फ गुडडू के साथ मिल कर पति का मर्डर प्लान कर दिया।

मोबाइल कॉल डिटेल से खुला राज

जब मुन्ना तिवारी की गला घोंट कर हत्या कर दी गई और उसके शव को फेंका जाने लगा तो रात में वह अपने मोबाइल से विनय तिवारी के मोबाइल पर क्फ् सेकेंड तक बात की थी। इसके बाद तीन बजे उसने मुन्ना तिवारी के परिचित के घर में फोन लगाया था। फोन परिचित की पत्‍‌नी ने उठाया था। इसके बाद किरण ने अपना मोबाइल ऑफ कर दिया था। सुबह सात बजे वह खुद परिचित के पास पहुंच गई और मुन्ना तिवारी के न लौटने की जानकारी दी। तब तक पुलिस ने शव को कब्जे में कर लिया था। पुलिस ने जब छानबीन की तो पाया कि किरण ने मुन्ना तिवारी से रात आठ बजे के करीब बातचीत की थी।

सुजीत की गिरफ्तारी के लिए बनी टीम

मुन्ना तिवारी को रास्ते से हटाने के लिए किरण ने दो लाख की सुपारी अपने भाई और देवर के दोस्त को दी थी। दो फरवरी की रात मुन्ना को शराब पिलाकर उसका गला घोंट दिया गया। इसके बाद उसके शव को उसी की बुलेट(जेएच 0क् बीबी 9फ्98) से ले जाकर तालाब के किनारे फेंक दिया गया। शातिर अपराधियों में से एक संतोष सिंह सीवान जिले के रामपुर थाना अंतर्गत रामो बाजार का रहने वाला है। फिलहाल वह रांची के चूना भट्ठा कैलाशनगर (सुखदेव नगर) में रहता है, जबकि दूसरा सुजीत कुमार राय पटना जिले के बाढ़ थाना अंतर्गत मल्लाही पछियारी गांव का रहनेवाला है। फिलहाल वह रांची के हरमू में रहता है। फरार सुजीत की गिरफ्तारी के लिए पुलिस संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रही है।