केस 1 :-

नेहरू कॉलोनी एरिया में शराबी पति की मारपीट से आहत महिला ने समाज सेवी संस्था का दरवाजा खटखटया। समाज सेवी संस्था ने आगे आते हुए महिला को शरण दी। आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए काम दिया, लेकिन शराबी पति को यह नगावर गुजरा। उसने एनजीओ ऑफिस में पहुंचकर न केवल महिला से मारपीट की बल्कि कार्यालय में तोड़-फोड़ भी की। आखिरकार महिला ने आवाज उठाई और मामले की शिकायत महिला हेल्पलाइन में की।

केस 2 :-

रायपुर एरिया निवासी महिला शराबी पति के जुर्म सहकर परेशान हो गई। घर में खाने को दाना नहीं होता था, लेकिन शराबी पति को शराब चाहिए होती थी। वह न केवल खुद के पैसे शराब में उड़ा देता बल्कि महिला द्वारा कमाए गए पैसे भी चुराकर नशे में खर्च कर देता। तंग आकर महिला ने इसकी शिकायत महिला हेल्पलाइन में की। महिला हेल्प लाइन में काउंसिंलिग के बाद पत्नी ने पति के साथ रहने से साफ इंकार कर दिया। अब महिला बच्चों के साथ अलग रह रही है।

- नशे के आदि पति कर रहे पत्नियों पर जुर्म

- शराब पति के जुर्म के 75 प्रतिशत मामले

mukesh.bhatt@inext.co.in

DEHRADUN : यह तो महज कुछ उदाहरण है कि कैसे शराब रिश्तों में दरार डाल रही है। शराबी पति किस कदर पत्नियों पर जुर्म कर रहे हैं। महिला हेल्पलाइन में इस तरह के मामले तेज से बढ़ रहे हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो 7भ् प्रतिशत मामले शराबी पति से परेशान महिलाओं के हैं।

आवाज उठाती तो बच जाती ऊमा

दरअसल, अवैध संबंध, नशा और दहेज रिश्तों में जहर घोलने का काम कर रहा है। हालांकि, कुछ महिलाएं जहर के इस दलदल से निकलने की कोशिश करती हैं, लेकिन उनमें शिक्षित महिला ही अधिक हैं, जिन्हें कानून की भली भांति जानकारी है। गरीब और अशिक्षित महिलाएं आज भी अपने अधिकारों का प्रयोग नहीं कर पा रही हैं। वे आज भी जुर्म के बीच पिस रही हैं। ऊमा देवी के साथ भी यही हुआ। पढ़ी लिखी न होने के कारण वह शराबी पति के क्रूरता को बर्दास्त करती गई। समय रहते वह आवाज उठा लेती तो शायद वह जिंदा होती, लेकिन ऐसा न हो सका। पति ने भी उसे पीट-पीटकर मार डाला।

शराब डाल रही रिश्तों में दरार

राजधानी में इस तरह के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। किसी के रिश्ते में दहेज का दानव जहर घोल रहा है, तो कहीं अवैध संबंध और नशा रिश्तों में दरार डाल रहा है। आए दिन महिला हेल्प लाइन में इस तरह के मामले आ रहे हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो इस साल अब तक क्ब्98 कंप्लेन महिला हेल्प लाइन में दर्ज की गई हैं। अमूमन सभी पति-पत्नी के विवाद के हैं। कोई जीवन साथी के अवैध संबंध से परेशान है, तो किसी को शराबी पति की आदत रिश्ता तोड़ने के लिए मजबूर कर रही है। कुछ ऐसे भी हैं, जिनमें वैचारिक मतभेद है। लेकिन, ऐसे मामलों का प्रतिशत न के बराबर है।

----------------------

शराबी पति के 7भ् प्रितशत मामले

महिला हेल्पलाइन प्रभारी नूतन पंवार ने बताया कि जनवरी से अब तक क्998 केस महिला हेल्प लाइन में दर्ज किए गए हैं। अधिकांश केस नशे से जुड़े हुए हैं। सीधे शब्दों में कहे तो 7भ् प्रतिशत मामले नशे से जु़ड़े होते हैं। ऐसे मामलों को पुलिस काउंसिलिंग के माध्यम से सॉल्व करने का प्रयास करती है। कुछ मामले में रिश्ते टूटने से बच जाते हैं, तो कुछ में सफलता नहीं मिलती। अब तक दर्ज मामलों में अधिकांश का निस्तारण कर लिया गया है। महज ब्98 केस ही पेंडिंग में पड़े हुए हैं, जिनके निस्तारण की प्रक्रिया चल रही है।