अपने ही ट्वीट्स पढ़ कर मजा लेते हैं
वीरेंद्र सहवाग के ट्वीटस की इन दिनों काफी चर्चा होती है। ऐसे में अगर आप सोचते हैं कि सिर्फ आप या आप जैसे कुछ और लोग उनके ट्वीटस को पढ़कर हंसते हैं तो ऐसा बिलकुल नहीं हैं। वे खुद भी अपने ही ट्वीट पढ़ कर मजे लेते हैं। वीरू के नाम से भी फेमस सहवाग ने बताया कि सोशल मीडिया एक ऐसा मंच है जहां आप अपने विचार रख सकते हैं और फैंस से भी रूबरू हो सकते हैं। ऐसे में लोगों के दिल उतरने के लिए वे सिर्फ एक चीज पर बिलीव करते हैं इंटरटेनमेंट, इंटरटेनमेंट, इंटरटेनमेंट। उनका मानना है कि जिंदगी में पहले से काफी टेंशन है। ऐसे में अगर आप किसी को खुश कर सकते हैं या उसके चेहरे पर मुस्कान ला सकते हैं, तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता।

रणवीर सिंह को बनाया अपना दीवाना
सहवाग का कहना है कि वे अपने ट्वीटस को जानबूझ कर ऐसा बनाते हैं, क्योंकि उन्हें लगता कि आमतौर पर इस प्लेटफार्म पर लोग काफी सामान्य लिखते हैं। जबकि उन्हें लगता है कि कुछ ऐसा लिखा जाए जो लोगों को एंटरटेन करे और उन्हें अट्रैक्ट करे। इसी वजह से उन्होंने फनी और मनोरंजक ट्वीटस करने का ट्रैंड सेट किया। उनके इस हुनर के दीवाने बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह भी हैं। सहवाग ने खुद बताया कि रणवीर से मुलाकात होने पर उन्होंने कहा कि देर रात वीरू के ट्वीट्स पढ़ते हैं और बिस्तर पर हंस-हंसकर दोहरे हो जाते हैं।

खुद अपने फेवरेट
सहवाग का कहना है कि पहले वे अपने ट्वीटस को लेकर इतने क्रेजी नहीं थे पर जब उनके बच्चों से लेकर क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर तक सबने उनकी तारीफ की तब से वे अपने ही ट्वीटस के फैन हो गए। वीरू ने कहा कि जैसे वो खुद यू-ट्यूब पर अपनी पुराने मैचों बल्लेबाजी वीडियो देख कर इंज्वॉय करते हैं, वैसे ही अपने ट्वीट्स पढ़कर उनका मज लेते हैं। वीरू का कहना है कि उन्होंने लोगों का इतना मनोरंजन किया है तो उनका भी हक बनता है मजा लेने का। उन्होंने कहा कि उन्होंने कई क्रिकेटरों से प्रेरणा ली है पर वे फॉलोअर अपने ही हैं। वे खुद अपने फेवरेट हैं।

वीरेंद्र सहवाग ने क्‍यों कहा मै हूं अपना फेवरेट

खुद में विराट हैं कोहली
जब उनसे पूछा गया कि वे विराट कोहली की किस महान क्रिकेट खिलाड़ी से तुलना करेंगे, तो सहवाग का कहना था कि खुद विराट से। उनके हिसाब से कोहली अपने आप में शानदार खिलाड़ी हैं और उनकी खुद विराट से ही तुलना की जा सकती है। इस मामले में अपना उदाहरण देते हुए सहवाग पुरानी यादों में डूब कर कहा कि जब लोगों ने उनसे ये कहना शुरू किया कि वे तेंदुलकर की तरह खेलते हैं तो उन्होने 10-12 वनडे मैचों में सचिन की नकल करना शुरू कर दी जिसका नतीजा ये रहा कि वे बुरी तरह फ्लॉप हुए। तब उन्होंने खुद से कहा कि तेंदुलकर की बल्लेबाजी की नकल गयी भाड़ में उन्हें अपना ही गेम खेलना होगा।

सचिन ने केले से मुंह बंद किया
बोलने की आदत सहवाग को हमेश थी। इस आदत का जिक्र करते हुए उन्होंने एक किस्सा भी सुनाया। उन्होंने बताया कि उनकी इस आदत से टीम इंडिया के  ड्रेसिंग रूम में मौजूद साथी बहुत परेशान रहते थे खास कर सचिच तेंदुलकर। इसी के चलते एक बार तो उन्होंने आकर वीरू के हाथ में केला थमा कर कहा कि इसे खाओ और अपना मुंह बंद रखो।

वीरेंद्र सहवाग ने क्‍यों कहा मै हूं अपना फेवरेट

जब सचिन पर भुगतनी पड़ी उनकी सलाह की कीमत
यह तो सच है कि वीरू और सचिन की ओपनिंग जोड़ी अपने दौर में विरोधी टीमों के लिए सबसे बड़ी मुश्किल बनती थी। पर वो खुद भी सचिन के लिए मुश्किल पैदा कर देते थे इस बारे में भी कई यादें उनके पास हैं। ऐसी ही एक घटना का जिक्र करते हुए सहवाग ने बताया कि एक बार उन्होंने तेंदुलकर को इंग्लैंड के स्पिनर एश्ले जाइल्स के खिलाफ आगे बढ़कर खेलने की सलाह दे दी। सहवाग ने बताया कि वे उस मैच में आराम से आगे बढ़कर एश्ले की गेंदों पर शॉट लगा पा रहे थे। वहीं सचिन वैसी ही गेंदों को पैड से रोक रहे थे। तब वीरू ने कहा कि गेंद नहीं घूम रही है और वो आगे बढ़कर शॉट मार सकते हैं। वीरू बार बार अपनी बात दोहराते रहे तो सचिन ने आगे बढ़ कर खेलने का मन बना लिया। बदकिस्मती से वही गेंद जिस पर सचिन उनकी सलाह मान कर खेलने आगे बढ़े घूम गयी और सचिन स्टंप हो गए। उस दिन डर के मारे सहवाग टी ब्रेक में ड्रेसिंग रूम में ना जाकर अंपायरों के कमरे में बैठे रहे। बाद में सचिन ने उन्हें बुला कर कहा कि वे अपने करियर में एक बार ही स्टंप हुए और वो भी उनकी वजह से।

 

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