- सड़कों में घटिया सामग्री लगाने पर महापौर ने की जांच की मांग

- शहर में सड़कों का बुरा हाल, नाले गंदगी से अटे

Meerut। एक तरफ नगर निगम मेरठ को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए डीपीआर तैयार करने में जुटा है, वहीं दूसरी तरफ अमृत योजना व नगर निगम से बनाई गई सड़कों में खराब सामग्री का इस्तेमान किया जा रहा है। खराब सड़कों के दावे पर ही नगर निगम मेरठ को स्मार्ट सिटी बनाएगा।

नाले गंदगी से अटे

नाले गंदगी से अटे पड़े हैं। नगर निगम द्वारा सफाई के नाम पर खानापूर्ति कर रहा है। नाला सफाई कर सिल्ट सड़कों पर भी छोड़ दी जाती है। जिसके कारण वह सिल्ट दोबारा से नाले में पहुंच जाती है। सिल्ट को तुरंत नहीं हटाया जाता है।

महापौर ने जांच की मांग की

सड़क निर्माण में गड़बड़ी को लेकर महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने कमिश्नर से जांच कराने की मांग की है। बता दें कि महापौर ने रोहटा रोड पर दो सड़कों के निर्माण पर आपत्ति जताई थी। बनने के तीन महीने बात ही सड़क खस्ताहाल हो गई थी। वही महापौर ने राज्यपाल को पत्र लिख शासन स्तर पर जांच व कार्रवाई की भी मांग की है।

सड़क निर्माण में घटिया सामग्री लगाई गई है। वरना तीन माह में सड़क नहीं उखड़ती है। कमिश्नर और नगर आयुक्त से भी जांच कराने को लेकर पत्र लिखा है। शासन से भी मामले की जांच कराने की मांग की है।

-हरिकांत अहलूवालिया महापौर