फीचर कॉपी राइटिंग और लेआउट में आई नेक्स्ट ने जेपीएल के दैनिक जागरण समेत अन्य सभी  प्रकाशनों के बीच पहला स्थान हासिल किया। इसके अलावा उसे चार अन्य कैटेगरी में तीन सेकेंड और दो थर्ड प्लेस के अवार्ड मिले।

आई नेक्स्ट वाराणसी को जहां स्माइल पिंकी पर अपनी स्टोरी फेडेड फेट के लिए फीचर कॉपी राइटिंग में फर्स्ट प्लेस मिला। वहीं आई नेक्स्ट पटना ने दैनिक जागरण, जागरण जोश और जागरण सखी के बीच हुए कडे मुकाबले में फर्स्ट प्लेस हासिल किया। उसे पटना यूनिवर्सिटी में लगातार धरने और हड़ताल पर स्टोरी पढ़ेगे कब जनाब के बेहतरीन लेआउट के लिए यह अवार्ड मिला।

फोटोग्राफी में तीन में से दो अवार्ड आई नेक्स्ट के नाम रहे। उसे केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय के ठीक सामने पुलिस फायरिंग में दम तोडऩे वाले युवक के विचलित करने वाले फोटो के लिए सेकेंड प्लेस मिला। वहीं आई नेक्स्ट कानपुर को शानू ओलंगा मर्डर केस की चर्चित फोटो के लिए थर्ड प्लेस मिला। इस फोटो में हत्यारोपी मर्डर के तुरंत बाद पिस्टल लोड करते हुए कैमरे में कैद हो गए थे।

अभियान कैटेगरी में आई नेक्स्ट देहरादून को सेव परेड ग्राउंड अभियान के लिए ज्यूरी की विशेष तारीफ के साथ सेकेंड प्राइज मिला। एक और सेकेंड प्राइज आई नेक्स्ट लखनऊ के खाते में आया। जो उसे होशियार खबरदार स्टोरी के लिए आचंलिक पत्रकारिता कैटेगरी में मिला। खोजी पत्रकारिता में आई नेक्स्ट देहरादून की स्टोरी सबसे बड़ा घोटाला को तीसरा प्लेस मिला। इसी कैटेगरी में आई नेक्स्ट आगरा की स्टोरी एनआरएचएम में करोड़ों का घोटाला को फाइनल फाइव में नॉमिनेट किया गया।

आई नेक्स्ट को अवार्ड मिलने का सिलसिला यहीं नहीं रुका सात सरोकार कैटेगरी में वुमेन इंपॉवरमेंट के लिए आई नेक्स्ट देहरादून को मैं एक रेप विक्टिम हूं स्टोरी के लिए सेंकेड प्लेस हासिल हुआ। इस स्टोरी में रेप विक्टिम को स्कूल एडमिशन न मिलने वाले और बाद में उसे बहस में तब्दील करने के लिए

इस मौके पर आई नेक्स्ट टीम को जेपीएल सीएमडी महेंद्र मोहन गुप्त, सीईओ और एडिटर संजय गुप्त व डायरेक्टर तरुण गुप्त ने अवार्ड प्रदान किए।