-आई नेक्स्ट ने किया आयोजन, बच्चों का हेल्थ चेकअप कर मिला हेल्थ स्कोर

-नाखून गंदे होने और दांतों से रिलेटेड प्रॉब्लम ज्यादा दिखीं

-आज भी सिटी के पांच स्कूलों में ऑर्गनाइज होगा हेल्थ मीटर

JAMSHEDPUR : नेल्स इतने गंदे क्यों हैं? दांत भी गंदे हैं। डेली दो बार ब्रश किया करो। चॉकलेट्स ज्यादा मत खाना और टीवी नजदीक से मत देखना। ट्यूजडे को आई नेक्स्ट द्वारा ऑर्गनाइज किए गए हेल्थ मीटर में छोटे स्कूली बच्चों को डॉक्टर्स की यही सलाह थी। सिटी स्थित पांच स्कूलों में ऑर्गनाइज हुए हेल्थ मीटर में क्भ् सौ से ज्यादा बच्चों का हेल्थ चेकअप किया गया और उन्हें हेल्थ कार्ड भी प्रोवाइड किया गया। इसमें डॉक्टर्स ने हेल्थ स्कोर लिखा था। वेडनेसडे को भी सिटी के पांच स्कूलों में होगा हेल्थ मीटर।

ओरल हेल्थ को लेकर दिखी लापरवाही

हेल्थ मीटर के दौरान डिफरेंट स्कूल में बच्चों के चेकअप के दौरान जो एक कॉमन प्रॉब्लम सामने आई वो है ओरल हेल्थ को लेकर लापरवाही। सही तरीके से ब्रश नहीं करने की वजह से दांतों में पीलापन, कैविटी जैसी शिकायतें देखने को मिलीं। वहीं, कई बच्चों में पेट में कीड़े, कैल्शियम की कमी के मामले भी सामने आए। डॉक्टर्स ने बच्चों की इन समस्याओं को देखते हुए उन्हें रोज दो बार ब्रश करने, नहाने, नेल्स काटने के साथ-साथ हेल्दी डायट की भी सलाह दी।

इन स्कूल्स में आयोजित हुआ हेल्थ मीटर

शहर के पांच स्कूल्स में मंगलवार को हेल्थ मीटर आयोजित किया गया। इनमें डिमना चौक स्थित आरवीएस एकेडमी, जवाहरनगर मानगो स्थित शेन इंटरनेशनल एकेडमी, पोस्ट ऑफिस रोड मानगो स्थित साउथ प्वाइंट स्कूल, बिष्टुपुर स्थित सेंट मेरिज हिंदी स्कूल और मानगो स्थित अमर ज्योति स्कूल शामिल हैं।

इनका रहा सहयोग

आई नेक्स्ट हेल्थ मीटर को सक्सेसफुल बनाने में डॉक्टर्स की टीम का अहम योगदान रहा। डॉ जया मैत्री, सहारा डेंटल के डॉ शादाब हसन, जमशेदपुर डेंटल हॉस्पिटल के एमडी डॉ एमडी जफर, डॉ वीरभजन सिंह, डॉ देवयानी महतो, डॉ कनूप्रिया, डॉ मनबीर सिंह, डॉ आर्या, डॉ शैलेश कुमार, डॉ जेबा शकिल, डॉ शांतनी दासगुप्ता, डॉ डॉ अभिषेक और डॉ मुख्तार अंसारी ने बच्चों की जांच कर उनका रिपोर्ट कार्ड तैयार किया।

काफी बच्चों में व‌र्म्स की शिकायत देखने को मिली। वहीं कई बच्चों में कैल्शियम की भी कमी पाई गई। ओरल हायजिन को लेकर अवेयरनेस की कमी दिखी।

डॉ जया मैत्री

बच्चों का जेनरल हेल्थ तो ठीक था पर ओरल हेल्थ में लापरवाही दिखी। दांतों की सही तरीके से सफाई नहीं किए जाने की वजह से दांतों में पीलापन, कैविटी के मामले काफी देखने को मिले।

डॉ शादाब हसन

बच्चों में ओरल हायजिन की कमी देखने को मिले। जांच के दौरान क्0 से क्भ् परसेंट बच्चे ही ऐसे मिले, जो रात में सोने से पहले ब्रश करते हों।

-डॉ एमडी जफर

बच्चों को हैंडवाशिंग का महत्व बताना बेहद जरूरी है। ये पैरेंट्स की जिम्मेदारी है कि वे बच्चों को हैंडवाश का सही तरीका बताए।

डॉ आर्या

बच्चों में फास्ट फूड, जंक फूड के प्रति ज्यादा लगाव देखने को मिला। बच्चे हेल्दी रहें इसके लिए जरुरी है पैरेंट्स उनमे हरी सब्जी जैसी चीजें खाने की आदत डालें।

डॉ शैलेश कुमार

प्रॉपर ब्रशिंग नहीं करने की वजह से कई बच्चों के दांतों में स्टेन, कैविटी की शिकायत देखने को मिली। बच्चों को दिन में दो बार ब्रश करने री सलाह दी।

डॉ देवयानी महतो

काफी संख्या में ऐसे बच्चे मिले, जो रात में ब्रश नहीं करते। इसके लिए पैरेंट्स द्वारा केयर किया जाना भी जरूरी है।

डॉ वीरभजन सिंह

डॉक्टर अंकल ने ज्यादा टीवी नहीं देखने को कहा। उन्होंने दो बार ब्रश करने के लिए भी कहा।

नंदिनी, आरवीएस एकेडमी

डॉक्टर ने रोज दो बार ब्रश करने को कहा। उन्होंने हरी सब्जियां और फ्रूट्स खाने को भी कहा।

सिदरा फातिमा, आरवीएस एकेडमी

डॉक्टर अंकल ने मेरे नेल्स चेक किए। रोज ब्रश करने के लिए भी कहा।

आदित्य प्रभात, आरवीएस एकेडमी

डॉक्टर ने मुझे रोज नहाने और ब्रश करने को कहा। हम सभी ने चेकअप करवाया।

आदित्य कुमार सिंह, आरवीएस एकेडमी

डॉक्टर ने मेरा चेकअप भी किया। उन्होंने मुझे दो बार ब्रश करने और रोज नहाने को कहा।

आकाश गोराई, सेंट मेरिज हिंदी स्कूल

सभी ने डॉक्टर से चेकअप करवाया। उन्होंने नेल्स बड़े ना रखने और रोज दो बार ब्रश करने को कहा।

अंजली कुमारी, सेंट मेरीज हिंदी स्कूल

डॉक्टर ने नेल्स काटने को कहा। उन्होंने रोज दो बार ब्रश करने के लिए भी कहा।

आतिफ हयात, सेंट मेरीज हिंदी स्कूल

डॉक्टर्स ने हमारे दांत, नेल्स, हेयर चेक किए। उन्होंने दो बार ब्रश करने के लिए भी कहा है।

विनीत कुमार पटनायक, सेंट मेरीज हिंदी स्कूल

डॉक्टर्स ने सभी स्टूडेंट्स का चेकअप किया। उन्होंने अच्छी तरह से हैंडवाश करने को कहा।

हिमांशु कुमार, साउथ प्वाइंट स्कूल

डॉक्टर ने हमें कई बातें बताईं। दांत के साथ उन्होंने नेल्स, हेयर भी चेक किया।

कुशलजीत सिंह, साउथ प्वाइंट स्कूल

डॉक्टर ने रोज दो बार ब्रश करने के लिए कहा। उन्होंने नेल्स काटने के लिए भी कहा।

ऋद्धि सिंह, साउथ प्वाइंट स्कूल

डॉक्टर अंकल चेकअप करने के लिए आए थे। उन्होंने दांत, नेल्स और आंख भी चेक किया।

गुडि़या कुमारी, साउथ प्वाइंट स्कूल

बच्चे खुश हैं और उनके हेल्थ के लिए यह अच्छी पहल है। अभी से बच्चे ध्यान देंगे तो बेहतर हेल्थ केयर कर सकेंगे।

सिस्टर डोमेनिका, प्रिंसिपल, अमर ज्योति स्कूल

डॉक्टर साहब ने खाना खाने के बाद ब्रश करने के लिए कहा है, ताकि दांत साफ रहे।

-अर्जुन महतो, अमर ज्योति स्कूल

मुझे तो डॉक्टर साहब ने कहा कि खाना खाने के बाद सुबह और शाम दोनों टाइम ब्रश करो। इससे बीमारी नहीं होगी।

डॉली चौबे, अमर ज्योति स्कूल

मेरे नाखून और दांत की जांच की गई और बताया कि कैसे बीमारी से बचा जा सकता है।

नगमा परवीन, अमर ज्योति स्कूल

दो बार ब्रश करने से दांत और मुंह साफ रहेगा और कोई बीमारी नहीं होगी। डॉक्टर ने मुझे बताया। अब मैं भी दो बार ब्रश करूंगी।

अदीशा मेहर, अमर ज्योति स्कूल

मौसम बदलने से बीमारियां बढ़ती हैं। ऐसे में बीमारियों से बचाव के लिए हेल्थ कैम्प बेहतर है। इससे बच्चों को गाइड मिलेगा कि कैसे बीमारियों से बचाव किया जा सकता है।

अनिल बिहारी सिन्हा, प्रिंसिपल, शेन इंटरनेशनल स्कूल

जांच के बाद मुझे तो डॉक्टर अंकल ने गुड दिया है। मेरे टीथ व नेल सभी साफ-साफ हैं।

समीरा, शेन इंटरनेशनल स्कूल

अंकल मेरी भी फोटो लीजिए, मुझे भी डॉक्टर ने गुड दिया है।

अपर्णा सिंह, शेन इंटरनेशनल स्कूल

मुझे तो बहुत मजा आया, डॉक्टर अंकल ने मेरी टीथ, नेल, हेयर की जांच की और एडवाइस भी दिए।

पीयूष कुमार झा, शेन इंटरनेशनल स्कूल

बच्चों की दांतों में थोड़ी प्राब्लम देखने को मिली। हालांकि अभी इनके दूध के दांत हैं, इसलिए घबराने वाली बात नहीं, लेकिन अभी से ध्यान देने की जरूरत है। चॉकलेट व कोल्ड ड्रिंक्स से दांत खराब होते हैं।

-डॉ मनबीर सिंह

बच्चों की हाइजिन की जांच के दौरान बहुत ज्यादा प्रॉब्लम तो सामने नहीं आई, लेकिन नाखून और बालों की बेहतर सफाई की जरूरत है।

डॉ मुख्तार