- चंद मिनटों के भीतर बदल गया एक्सप्रेस वे का नजारा

- वायुसेना के कर्मचारियों के परिवारों ने लिया शो का मजा

- सपा कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम में खलल डालने की कोशिश की

 

 

LUCKNOW: यूपी के जिस एक्सप्रेस वे पर दिन-रात सौ से लेकर डेढ़ सौ किमी प्रति घंटा की रफ्तार से वाहनों के आने-जाने का सिलसिला बना रहता है, मंगलवार को उसका नजारा कुछ अलग था। एक्सप्रेस वे पर सेना और पुलिस के वाहनों का कब्जा था। सर्विस रोड पर लगे पंडाल में सैन्यकर्मियों के परिजन, मीडियाकर्मी और उन्नाव जिला प्रशासन के चुनिंदा अधिकारी मौजूद थे। लाउडस्पीकर पर देशभक्ति के तराने गूंज रहे थे तो पिछली बार हुए रोड शो की तरह सियासतदानों की मौजूदगी न के बराबर थी। मजे की बात यह रही कि सुबह तकरीबन दस बजे शुरू हुए एयर शो के दौरान चुनिंदा ग्रामीण ही वहां मौजूद दिखे लेकिन, जैसे ही आसमान में लडाकू विमानों की गरज सुनाई पड़ी, ग्रामीणों का कारवां एक्सप्रेस वे की ओर बढ़ता दिखने लगा।

 

केवल यूपीडा के अधिकारी आए

एक्सप्रेस वे पर हुए पिछले रोड शो के दौरान जहां पूरी सरकार और प्रशासनिक मशीनरी मौजूद थी तो इस बार केवल एक्सप्रेस वे बनाने वाले विभाग यूपीडा के अधिकारी ही वहां नजर आए। यूपीडा के सीईओ अवनीश कुमार अवस्थी इस ऐतिहासिक पल के गवाह बने। इसके अलावा उन्नाव के डीएम, एसपी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को ही वायुसेना ने एयर शो में शामिल होने का न्योता भेजा था। बेहद चाक-चौबंद सुरक्षा इंतजामों के बीच शुरू हुए एयर शो को सफल बनाने के लिए फायर बिग्रेड की गाडि़यों से लेकर यूपी-100 के वाहनों का काफिला मौजूद था। इस बार एक्सप्रेस वे की मुख्य सड़क के बजाय सर्विस रोड पर पंडाल होने से माहौल ज्यादा सुरक्षित था। एयर शो की कामयाबी का सुबूत ग्रामीणों की तालियां बनी जो अपनी सेना की इस उपलब्धि से खासे खुश नजर आ रहे थे। वे आसमान में जहाज दिखने के बाद एक्सप्रेस वे की ओर भागते हुए आ रहे थे। वायुसेना का हौसला बढ़ाने को हर सेकंड में उनकी तादाद बढ़ती जा रही थी।

 

और एक्सप्रेस वे पर मनी दिवाली

एयर शो की शुरुआत के बाद एयर स्ट्रिप पर धमाकों की आवाज सुनाई दी तो एकबारगी लोगों को लगा कि सेना के जवान फायरिंग कर रहे हैं। दरअसल यह धमाके उन पटाखों के थे जिन्हें पक्षियों को भगाने के लिए सेना के जवान दगा रहे थे। किसी भी जहाज के लिए पक्षी सबसे बड़ा खतरा माने जाते हैं इसलिए हर फाइटर की एक्टिविटी पूरी होने पर आसमान को साफ रखने के लिए यह कवायद की जा रही थी। एयरफोर्स के अधिकारी बार-बार दर्शकों को आगाह भी कर रहे थे कि वह कोई भी खाने का सामान खुले में न फेंके वरना पक्षी आकर्षित होकर एक्सप्रेस वे के ऊपर उड़ान भर सकते हैं।

 

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सपाईयों ने डाला खलल

कार्यक्रम के दौरान कुछ सपा कार्यकर्ताओं ने खलल डालने की कोशिश भी की। एयर शो के समाप्ति से पूर्व उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर नारेबाजी शुरू कर दी। उनका कहना था कि यह एक्सप्रेस वे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की देन है। वायुसेना ने भी अखिलेश के काम पर मुहर लगा दी है जबकि योगी सरकार कोई भी विकास कार्य नहीं कर रही।

 

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दोबारा आ रहे फाइटर

इसे ग्रामीणों की मासूमियत ही माना जाएगा कि एयर शो की समाप्ति के बाद क्रू को लेने आए दो एमआई-17 हैलीकॉप्टर जैसे ही एक्सप्रेस वे पर उतरे, वापस अपने घर का रुख कर रहे ग्रामीण पलटकर कार्यक्रम स्थल की ओर भागने लगे। उन्हें लगा कि एयर शो अभी खत्म नहीं हुआ है और अभी उन्हें कुछ और जहाज देखने को मिलेंगे।