कोहली ने सुनाई खरी-खरी

कप्तानों के नाकामी से पार पाने के अपने तरीके होते हैं, वहीं इस मामले में इंडियन कैप्टन विराट कोहली का मानना है कि साथी खिलाडिय़ों के दिल पर चोट करो जिससे वह अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरित हों। श्रीलंका के खिलाफ  मैच हारना कोहली के लिए बड़ा झटका था, जिसके बाद टीम को आत्ममंथन की जरूरत पड़ी। कोहली ने कहा कि आपको ईमानदार रहना होगा। आपको ऐसी बातें कहनी होगी जिससे सीधे दिल पर चोट लगे। मेरा तो यही मानना है। आपको खिलाडिय़ों को बताना होगा कि गलती कहां हुई है। हमें उनसे सबक लेकर उतरना होगा। इसी वजह से लाखों लोगों में से हमें इस लेवल पर खेलने के लिए चुना गया है। इंडियन कैप्टन ने कहा कि आपको नाकामी से वापसी करने का गुर आना होगा। आप बार-बार एक ही गलती नहीं कर सकते। हम एक-दो खिलाडिय़ों से नहीं बल्कि सभी से ऐसा कह रहे हैं और सभी उस पर अमल भी कर रहे हैं। हमें यह जीत टीम प्रयासों से मिली।

कोहली की यह बात खिलाड़ियों के दिल पर लगी,और हरा दिया साउथ अफ्रीका को

नहीं मिली स्विंग तो भुवी ने बदली स्ट्रैटेजी

साउथ अफ्रीका के खिलाफ 23 रन पर दो विकेट लेने वाले इंडियन मीडियम पेसर भुवनेश्वर को टूर्नामेंट में बेहतर स्विंग नहीं मिलने के कारण अपनी रणनीति बदलनी पड़ी है। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड की मौजूदा परिस्थितियों में सफेद गेंद से तेज गेंदबाजों को बेहतर स्विंग नहीं मिल रही, जिससे उन्हें अपनी गेंदबाजी की रणनीति में बदलाव करना पड़ा। भुवनेश्वर ने तीन मैचों में 100 रन देकर कुल 4 विकेट झटके हैं। उन्होंने इंडिया के सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद कहा कि यह समझना बहुत मुश्किल हो रहा था कि इंग्लैंड में गेंद स्विंग क्यों नहीं कर रही। इंग्लैंड में आमतौर पर साल के इस समय विकेट इतना कठोर नहीं होता। 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान और इसके पिछले साल टेस्ट सिरीज के दौरान विकेट मुलायम था।

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कोहली ने दी फ्रीडम तो किलर बने बुमराह

टीम इंडिया के नए डेथ ओवर्स के किंग जसप्रीत बुमराह ने कहा कि कप्तान विराट कोहली ने उन्हें खुद को अभिव्यक्त करने की फ्रीडम दी, जिससे उनके प्रदर्शन में निखार आया है। साउथ अफ्रीका के खिलाफ  मैच में मैन ऑफ  द मैच रहे बुमराह ने कहा कि यह अच्छा लगता है कि कप्तान को आप पर इतना भरोसा है। इससे खुलकर खेलने की आजादी मिलती है। ऐसे में मेरे जैसे युवा का आत्मविश्वास बढ़ता है और प्रदर्शन बेहतर होता है। डेथ ओवर्स में यॉर्कर डालने में माहिर बुमराह ने कहा कि हम इन चीजों पर फोकस नहीं करते। आपको सिर्फ  डेथ ओवर्स का या स्विंग गेंदबाज ही नहीं ठहराया जा सकता। जब भी आपको गेंद सौंपी जाएए आपको योगदान देना है। आप हालात के अनुरूप गेंदबाजी करते हैं, चाहे डेथ ओवर डालें या शुरुआत के। लक्ष्य रणनीति पर अमल करना होता है।

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