-उम्मीदों से कम रहे मा‌र्क्स, सेंट मारिया के रिजल्ट का ग्रॉफ गिरा

-इकोनॉमिक्स और कॉमर्स में कम मा‌र्क्स से मायूस हुए स्टूडेंट्स

BAREILLY :

इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेन्ड्री एजुकेशन (आईसीएसई) और इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट (आईएससी) के रिजल्ट में आए मा‌र्क्स ने स्टूडेंट्स को काफी निराश किया। स्टूडेंट्स एक सुर में बोले की मा‌र्क्स उम्मीदों से कम रहे। वहीं, सेंट मारिया गोरेटी इंटर कॉलेज का रिजल्ट लास्ट ईयर के मुकाबले काफी गिरा है। सेंट मारिया गोरेटी का आईएससी का रिजल्ट लास्ट ईयर के मुकाबले दो फीसदी और आईसीएसई का पौने सात प्रतिशत गिरा है।

250 स्टूडेंट्स ने दिया एग्जाम

सेंट मारिया गोरेटी इंटर कॉलेज के 167 स्टूडेंट्स आईसीएसई में शामिल हुए। इनमें से 96 प्रतिशत स्टूडेंट्स सफल रहे। 96 प्रतिशत अंक के साथ इशिता गुप्ता ने कॉलेज टॉप किया। उनके मैथ्स और कम्प्यूटर में 98, इंग्लिश में 90, एसएससी में 94, हिन्दी में 98 और साइंस में 96 फीसदी मा‌र्क्स आए। उनका सपना इंजीनियर बनने का है। उन्हें शायरी का शौक है। रोजाना छह से सात घंटे बगैर टाइम टेबल के पढ़ाई कर उन्हें यह कामयाबी पायी है। दूसरे नंबर पर रहीं अलिजा शम्सी, अनुष्का पांडे, अमिशा अग्रवाल 95.8 प्रतिशत अंक हासिल किए। तीसरे नंबर पर राधिका खंडेलवाल रहीं। वहीं, आईएससी की 83 स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया। इसमें कविशा गंगवानी ने 88.57 प्रतिशत अंक के साथ कॉलेज में पहला स्थान हासिल किया। उनके मैथ्स में 98, अकाउंट में 89, इकोनॉमिक्स में 86 और कम्प्यूटर में 83 मा‌र्क्स आए हैं। उनका सपना फैशन डिजाइनर बनना है। वे डीयू से आगे की पढ़ाई करना चाहती हैं। दूसरे नंबर पर रही सूर्याशी तिवारी ने 88.5 मा‌र्क्स हासिल किए। उनके कम्प्यूटर में 97, इंग्लिश में 90, बॉयो में 88, केमिस्ट्री में 79 और फिजिक्स में 73 मा‌र्क्स हैं। उन्हें जेके रोलिंग की बुक्स पढ़ना पंसद हैं। उनका सपना भी ऑर्थर बनने का है। वहीं, सान्या सिद्धवानी 87.75 प्रतिशत के मा‌र्क्स के साथ तीसरे, काजोल वाडवानी 86.75 नंबर के साथ चौथे, समन हाशिमी 86.25 मा‌र्क्स के साथ पांचवें नंबर पर रहीं। उधर, टॉपर्स मा‌र्क्स के संतुष्ट नहीं दिखे। उन्होंने बताया कि मा‌र्क्स उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहे। इकोनॉमिक्स और कॉमर्स ने काफी हैरान किया।

रिजल्ट का ग्राफ गिरा

सेंट मारिया गोरेटी इंटर कॉलेज का रिजल्ट लास्ट ईयर के मुकाबले गिरा है। लास्ट ईयर आईएससी का रिजल्ट 95.50 प्रतिशत था, जो इस साल 88.75 प्रतिशत रहा। वहीं, आईसीएसई का रिजल्ट भी दो प्रतिशत कम रहा है। लास्ट ईयर आईसीएसई का रिजल्ट 98 फीसदी था, जो इस साल 96 प्रतिशत रहा है।