पढ़ाते हैं इंजीनियरिंग, नहीं बनवा पा रहे खराब पम्प

हास्टल के लड़कों ने पानी के लिए छात्रों को लौटाया

ALLAHABAD: आईईआरटी कैंपस का हंगामों से नाता नहीं टूट रहा है। पंखा और छत का प्लास्टर गिरने के बाद मचे हंगामें से माहौल शांत नहीं हुआ कि अब पेयजल समस्या ने मुंह उठा दिया है। भीषण गर्मी में इन दिनों हर ओर पानी के लिए हाहाकार मचा है। ऐसे में इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड रूरल टेक्नोलॉजी (आईईआरटी) कैम्पस भी इससे अछूता नहीं है। कैम्पस में पिछले दो दिनों से पानी नहीं आने से वाटर वार की स्थिति खड़ी हो गई है। क्लास के लिए पहुंचने वाले छात्र-छात्राएं प्यास लगने से जूझ रहे हैं। कॉलेज कैम्पस में समस्या इस कदर बढ़ गई है कि हास्टल के लड़कों ने भी पानी देने से मना कर दिया है।

वैकल्पिक व्यवस्था नागवार

जानकारी के अनुसार आईईआरटी कैम्पस में जिस वाटर पम्प से पानी की सप्लाई होती है, उसकी मोटर पिछले 48 घंटे से खराब पड़ी है। इससे कैम्पस में रोजाना क्लास के लिए पहुंचने वाले सैकड़ों की तादात में छात्र-छात्राएं प्यास से परेशान हैं। उनके सामने अपनी प्यास बुझाने का कोई विकल्प नहीं है। समस्या को देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने आसपास स्थित हास्टल्स से पानी का प्रबंध किया। लेकिन यह व्यवस्था अब हास्टल के लड़कों को नागवार लग रही है।

टैंकर की व्यवस्था नाकाफी

कैम्पस से मिली जानकारी के मुताबिक हास्टल में रहने वाले बीटेक के स्टूडेंट्स छात्रों को यह कहकर पानी देने का विरोध कर रहे हैं कि उनके यहां लोड बढ़ने हास्टल में भी पानी की सप्लाई बाधित हो सकती है। मंडे को बड़ी संख्या में पानी पीने के लिए छात्र हास्टल की ओर जाते रहे। लेकिन उन्हें वापस लौटाया जाता रहा। समस्या को देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने बाहर से टैंकर भी मंगवाए। लेकिन स्टूडेंट्स की प्यास बुझाने के लिए यह भी अपर्याप्त रहा। छात्रों का कहना हैं कि कॉलेज में हर बार गर्मी में यह समस्या आती है। जिसके बाद पम्प को बनवाने की व्यवस्था करवाने में हीलाहवाली की जाती है।

डायरेक्टर ने दिया आश्वासन

यह लापरवाही इस बार भी देखने को मिल रही है। छात्रों ने बताया कि पम्प को चलाने के लिए टेक्निकल आपरेटर होने चाहिए। लेकिन यह काम गेटमैन से लिया जा रहा है। उनका कहना है कि कॉलेज के ऑफिसर्स तभी जागते हैं जब टीचर्स के आवास में पानी सप्लाई बाधित होती है। इस बावत आईईआरटी के डायरेक्टर डॉ। विमल मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि खराब पम्प की मरम्मत करवाई जा रही है। इसे जल्द ठीक कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि छात्रों की संख्या को देखते हुए बाहर से टैंकर मंगवाए गए थे। कैम्पस में आवासीय परिसर से पानी सप्लाई का विकल्प दिया गया है।