PATNA: पंडारक गांव इन दिनों सुर्खियों में है। कारण है इस गांव के खिलाड़ी और खेल। रविवार को जहां एक कोच ने अपने खिलाड़ी के साथ गांव के ही कथित दबंगों पर इज्जत लूटने और नहीं खेलने की शिकायत पटना एसएसपी से की थी। वहीं, खिलाडि़यों की दूसरी टोली ने आरोप को गलत बताया और मामले की निष्पक्ष जांच करने को लेकर एसएसपी को आवेदन दिया है।

आमने-सामने हुए खिलाड़ी

गौरतलब है कि कबड्डी और कुश्ती में चैम्पियनशिप खेल चुकी धनवंती ने अपने कोच धीरज सिंह चौहान के साथ एसएसपी के दफ्तर पहुंच कर गांव के लोगों पर आरोप लगाया था कि वह अगर प्रैक्टिस जारी रखेगी तो उसकी इज्जत लूट ली जाएगी। मामले की हकीकत जानने के लिए शरारत करने वालों की तलाश शुरू हुई। इस बीच पंडारक के दूसरे गुट के दो दर्जन से अधिक खिलाडि़यों ने सोमवार को आरोप को झूठा बताने के साथ-साथ निर्दोष को फंसाने की साजिश करार दिया है।

- इसलिए कर रहे प्रताडि़त

इधर, कबड्डी और कुश्ती में चैम्पियनशिप खेल चुकी रश्मि कुमारी ने बताया कि कुछ महीने पहले तक पंडारक गांव की लड़कियां धीरज सिंह चौहान के यहां प्रैक्टिस करती थीं। लेकिन सही प्रशिक्षण नहीं मिलने और पढ़ाई के लिए समय नहीं निकाल पाने के कारण उसने पंडारक में दूसरी जगह प्रैक्टिस शुरू कर दी। इसको लेकर धीरज सिंह कहते थे कि तुमने अगर हमसे प्रशिक्षण नहीं लिया तो चैम्पियनशिप में भाग नहीं लेने देंगे। यही कारण है कि वे झूठा आरोप लगा रहे हैं।

धनवंती और कोच धीरज सिंह चौहान का आरोप गलत है। मामले की निष्पक्ष जांच हो इसके लिए एसएसपी को लिखित में आवेदन दिया गया है।

- रश्मि कुमारी, कुश्ती खिलाड़ी