RANCHI : राजधानी रांची के कई इलाकों में बिजली चोरी का खेल खुलेआम हो रहा है। आश्चर्य की बात तो यह है कि चुटिया में बिजली विभाग के दफ्तर के करीब स्थित घाघरा में भी धड़ल्ले से हुकिंग हो रही है, लेकिन इस तरफ बिजली कर्मियों का ध्यान नहीं जा रहा है। यहां के कई घर हुकिंग के जरिए रौशन हो रहे हैं। दिन हो या रात, अवैध तरीके से दर्जनों घरों में बिजली जल रहा है। खास बात है कि इन घरों में मीटर भी लगा है, इसके बाद भी हुकिंग के जरिए बिजली चोरी हो रही है।

लो वोल्टेज से बढ़ी परेशानी

अवैध कनेक्शन से ट्रांसफार्मर पर भी लोड बढ़ा है। इस वजह से इलाके में लो वोल्टेज की समस्या पैदा हो गई है। हुकिंग के जरिए जिन घरों में बिजली जल रही है, उसका खामियाजा वैध कनेक्शन वाले कंज्यूमर्स को भुगतना पड़ रहा है। शाम ढलते ही लो वोल्टेज की समस्या उठ खड़ी होती है। बल्ब ढिबरी की तरह जलता है। ऐसे में बिजली रहते हुए भी लोगों को पावर के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी पड़ी है। जिन घरों में वैध कनेक्शन हैं, वे लो वोल्टेज की समस्या से निजात के लिए नया ट्रांसफार्मर लगाने की मांग कर रहे हैं, पर बिजली विभाग इसके लिए तैयार नहीं है

नहीं हुई है अंडरग्राउंड केबलिंग

इन इलाकों में केबुल नहीं बिछने की वजह से ही हुकिंग का खेल चल रहा है। खुले तार होने के कारण कॉलोनी में हुकिंग कर आसानी से बिजली की चोरी कर रहे है। यदि सभी जगह अंडर ग्राउंड केबलिंग हो जाए तो बिजली की चोरी को काफ हद तक रोका जा सकता है, क्योंकि इससे तारों से हुकिंग की गुंजाइश पूरी तरह खत्म हो जाएगी।

बिजली चोरों पर एक्शन नहीं (बॉक्स)

बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ दण्ड का भी प्रावधान है, विद्युत वितरण कंपनी की मने तो विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 135 के अंतर्गत बिजली चोरी के मामले में दोषियों को सजा या जुर्माना दोनों हो सकता है, लेकिन विभाग की उदासीनता के चलते विद्युत चोरी करने वालों पर इसका कोई भय नहीं है।