-आईआईएम रांची का चौथा कॉन्वोकेशन

-दोबारा झारखंड आना चाहते है अजीत बालाकृष्णन

RANCHI : ख्भ् साल पहले खुले आईआईएम कोलकाता की तरह ही रांची आईआईएम भी ऊंचाईयों को छू रहा है। यहां के स्टूडेंट्स काफी मेहनती हैं। जिस संस्थान के स्टूडेंट्स को कंपनियां भ्0 लाख से अधिक का पैकेज दे रही हैं, वो निश्चित रूप से काबिले तारीफ है। ये बातें रिडीफमेल डॉट कॉम के फाउंडर अजीत बालाकृष्णन ने कहीं। शनिवार को वह आईआईएम रांची के चौथे कॉन्वोकेशन को चीफ गेस्ट के रूप में संबोधित कर रहे थे।

होटवार स्थित डॉ। रामदयाल मुंडा कला भवन प्रेक्षागृह में आयोजित इस कॉन्वोकेशन में आईआईएम के ख्म्ख् स्टूडेंट्स को डिप्लोमा सर्टिफिकेट दिया गया। संस्थान के एक्टिंग चेयरमैन डॉ। हर्षित जोशीपुरा ने कॉलेज की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।

मौके पर आईआईएम डायरेक्टर की नियुक्ति के बारे में श्री बालाकृष्णन ने बताया कि प्रक्रिया चल रही है। योग्य व्यक्ति की तलाश जारी है। झारखंड के बारे में उन्होंने कहा कि यह काफी अच्छी जगह है। जल्द ही दोबारा आना चाहूंगा।

ख्म्ख् स्टूडेंट्स को मिले सर्टिफिकेट

कॉन्वोकेशन में आईआईएम के अलग-अलग डिपार्टमेंट के कुल ख्म्ख् स्टूडेंट्स को डिप्लोमा सर्टिफिकेट मिले। इन्हें एक्टिंग चेयरमैन डॉ। हर्षित जोशीपुरा ने सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया। मौके पर काफी संख्या में गेस्ट और पैरेंट्स प्रेजेंट थे।

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सीनियर एग्जीक्यूटिव हैं पीजीइएक्सपी के टॉपर

जमशेदपुर के रहने वाले भारत भूषण ने अपनी बेसिक पढ़ाई जमशेदपुर से की है। उनके पिता जमशेदपुर स्थित हाई स्कूल में टीचर थे। मां हाउसवाइफ हैं। पत्नी के बारे में उन्होंने बताया कि वह एक आर्टिस्ट हैं। वह बताते हैं कि पढ़ाई करना उनके पैशन में शामिल है और गोल्ड मिलना तो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि। वह कहते हैं कि पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती। जो भी हो उसे गेन करो। फिलहाल वह दिल्ली की अर्नेस्ट एंड यंग कंपनी में सीनियर एक्जीक्यूटिव के पोस्ट पर काम कर रहे है।