सौर ऊर्जा के पैनल को और बेहतर करने की दिशा में काम होगा

आईआईटी डायरेक्टर से जाइस्ट प्रेसीडेंट की अहम मीटिंग हो चुकी

KANPUR:

आईआईटी और जापान इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी(जाइस्ट) सौर ऊर्जा के साथ साथ साइबर सिक्योरिटी पर मिलकर काम करेंगे। इस दिशा में आईआईटी डायरेक्टर से जाइस्ट प्रेसीडेंट की मुलाकात हो चुकी है। सोलर एनर्जी की फील्ड में सबसे ज्यादा काम पैनल पर किया जाएगा। अभी जो पैनल यूज किए जा रहे हैं वह इंडियन क्लाइमेट में परफेक्ट नहीं बैठ रहे हैं। इसके अलावा कम्प्यूटर साइंस डिपार्टमेंट इंटरनेट सिक्योरिटी पर काम करेगा।

सोलर पैनल को ओर बेहतर करेंगे

आईआईटी से इंटीग्रेटेड फिजिक्स की डिग्री लेने वाले इयर क्99ब् में पास आउट संजीव सिन्हा ने बताया कि आईआईटी कानपुर व जाइस्ट मिलकर सोलर एनर्जी की फील्ड में काम करेंगे। जापान ने स्मार्ट ग्रिड डेवलप कर ली है। जिसका यूज सोलर एनर्जी को सेव करने में किया जाएगा। इंडिया में जो सोलर पैनल यूज किए जा रहे हैं उनकी एफीसेंसी बहुत अच्छी नहीं है। अच्छे पैनल बनाने के मैटीरियल पर वर्क किया जाएगा।

सीएस डिपार्टमेंट साइबर सिक्योरिटी पर काम करेगा

कुछ टाइम पहले जाइस्ट के प्रेसीडेंट की विजिट आईआईटी में संजीव सिन्हा ने कराई थी। वह प्रेसीडेंट के एडवाइजर हैं। अब साइबर सिक्योरिटी पर आईआईटी का कम्प्यूटर साइंस डिपार्टमेंट मिलकर काम करेगा। जल्द ही इस दिशा में आईआईटी पहल कर रिसर्च वर्क शुरू कराएगा। उनकी कोशिश यह है कि यहां के स्टूडेंट व प्रोफेसर जापान का दौरा करें और वहां के लोग आईआईटी विजिट करें।

हिन्दुस्तानी ने लिखी जापानी में लाइफ जर्नी

क्8 साल से जापान में रह रहे संजीव सिन्हा को जापानी भाषा इतनी रास आई कि उन्होंने अपने आईआईटी के सफर की पूरी दास्तां लिख डाली। यह बुक उन्होंने अपने सीनियर फ्रैंड प्रशांत पाठक को गिफ्ट दी। इस किताब में उन्होंने लाइफ के महत्वपूर्ण यादगार पलों को भी लिखा है।

कैंपस के बुल्ला सेशन में सारी टेंशन गायब

एल्युमिनाई मीट पर मौसम की मार ने भी असर डाला। विदेश से आने वाले आईआईटियंस आ गए लेकिन देश से आने वाले टाइम पर नहीं पहुंच पाए। सीबीआई के डीआईजी नवीन कुमार सिंह ने कैंपस का जायजा लिया। प्रशांत पाठक अपनी फैमली के साथ एयर स्ट्रिप की विजिट की। इसके अलावा प्रवाल गुप्ता, संकल्प श्रीवास्तव, आशीष गोयल ने कैंपस में घूमकर पुरानी यादें ताजा की। गीतू पाठक ने उस टाइम की टफ पढ़ाई पूरी लाइफ याद रहेगी लेकिन बुल्ला सेशन (गप्पें मारना)में सारी टेंशन दूर हो जाती थी।