NIRF की रैंकिंग गलत है: प्रो। राजीव संगल

-IIT BHU को 31 रैंक देने पर डायरेक्टर ने उठाये सवाल

VARANASI

आईआईटी बीएचयू के डायरेक्टर प्रो। राजीव संगल ने हाल ही में जारी किये गये एचआरडी मिनिस्ट्री के एनआईआरएफ रैंकिंग पर सवालिया निशान लगाया है। उनका कहना है कि एनआईआरएफ के घोषित परिणामों के अनुसार आईआईटी बीएचयू को प्रदान की गयी फ्क्वीं रैंक अपूर्ण तथ्यों पर आधारित है। बुधवार को डायरेक्टर ऑफिस के कमेटी हॉल में मीडिया को उन्होंने बताया कि एनआईआरएफ ने रैकिंग का आधार बनाये गये पब्लिश रिसर्च पेपर संबंधित सूचना इंस्टीट्यूट से न मांगकर तीसरे पक्ष जैसे- वेब ऑफ साइंस, स्कोपस एवं इंडियन साइटेशन इंडेक्स से निकाले हैं। इस प्रक्रिया में एनआईआरएफ ने गलती की है और हमारे संस्थान द्वारा प्रकाशित रिसर्च पेपर्स की कुल संख्या को बहुत कम दर्शाया है।

गलत सूचना को बनाया आधार

प्रो। संगल ने बताया कि ख्0क्फ्, ख्0क्ब् और ख्0क्भ् कैलेंडर वर्ष में पब्लिश कुल पेपर्स की स्कोपस में संख्या लगभग क्भ्00 है जबकि एनआईआरएफ द्वारा केवल ख्0भ् रिसर्च पेपर दर्शाये गये हैं। इसी प्रकार वेब ऑफ साइंस में संस्थान द्वारा प्रकाशित कुल शोध पत्र क्00म् हैं जबकि एनआईआरएफ द्वारा मात्र 8ख्7 दर्शाये गये हैं। इंडियन साइटेशन इंडेक्स में क्ख्भ् रिसर्च पेपर प्रकाशित हुए हैं जबकि एनआईआरएफ द्वारा केवल फ्ब् शोध पत्रों का प्रकाशन दर्शाया गया है। इस प्रकार एनआईआरएफ ने गलत सूचना के आधार पर आईआईटी बीएचयू को अंक दिये हैं। जिससे हमारी रैंक कम हुई है। उन्होंने बताया कि इंस्टीट्यूट द्वारा एनआईआरएफ को उपलब्ध करायी गयी सूचना को नजरअंदाज िकया गया है।

अंडर ख्0 में होते

प्रो। राजीव संगल ने कहा कि यदि इस रैंकिंग सर्वे में गलती नहीं हुई होती तो निश्चित ही आईआईटी बीएचयू देश के टॉप ख्0 इंजीनियरिंग संस्थानों में शामिल होता। बताया कि इन कमियों के बाबत एनआईआरएफ को ई-मेल द्वारा सूचित भी किया जा चुका है पर अभी तक उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया है। पत्रकारों से बातचीत में रजिस्ट्रार डॉ। एसपी माथुर, डीन प्रोफेसर पीके जैन, असिस्टेंट रजिस्ट्रार सुनील कुमार द्विवेदी आदि मौजूद रहे।