- आईआईटी कानपुर में शुरू होगा पब्लिक फायनांस मैनेजमेंट सिस्टम का पायलट प्रोजेक्ट

-केंद्र सरकार ने सरकारी पब्लिक पेमेंट सिस्टम में सुधार के लिए आईआईटी को चुना

KANPUR: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि सरकार किसी योजना के जरिए गरीब को एक रुपया देती है तो उस तक सिर्फ 15 पैसे ही पहुंच पाते हैं। बाकी बीच में भ्रष्ट व्यवस्था में गायब हो जाते हैं। लेकिन जल्द ही यह लूट घसोट खत्म होगी। केंद्र सरकार ने आईआईटी कानपुर को सरकारी पब्लिक पेमेंट सिस्टम में सुधार के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए चुना है। संडे को आईआईटी कानपुर में आयोजित बोर्ड ऑफ गवर्नेंस की बैठक में आए बीओजी चेयरमैन डॉ। आरसी भार्गव ने इसकी जानकारी दी उन्होंने बताया कि नए पब्लिक फायनांस मैनेजमेंट सिस्टम के पायलट प्रोजेक्ट के लिए आईआईटी कानपुर और एनआईटी दिल्ली को चुना गया है। जल्द ही यहां पर इस पर काम शुरू हो जाएगा।

सीधे लाभार्थी के पास पहुंचेगा पैसा

बीओजी चेयरमैन डॉ। आरसी भार्गव ने बताया कि केंद्र सरकार ने गवर्नमेंट फंडिंग प्रोसेस को और ट्रांसपेरेंट बनाने के लिए डायरेक्ट बेनीफिट सिस्टम शुरू किया है। जिसमें गवर्नमेंट बजट का पैसा सीधे ट्रेजरी में भेजेगी जहां से वित्तीय सहायता सीधे लाभार्थी के खाते में पहुंचेगी।

सिस्टम को टेस्ट करेगा आईआईटी-के

पब्लिक फायनांस मैनेजमेंट सिस्टम को लागू करने के लिए की बारीकियों और कमियों को देख कर उन्हें दूर करने के लिए इसे इलेक्ट्रानिकली कैसे जल्दी से जल्दी और ट्रांसपैरेंट तरीके से बेनीफिशरी के अकाउंट में ट्रांसफर किया जा सकता है। इसको लेकर आईआईटी कानपुर पूरे सिस्टम को टेस्ट करेगा व उसको लेकर एक पायलट प्रोजेक्ट चला कर उसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार को देगा।