-सीबीआई एक साल से कर रही टीचर्स भर्ती घोटाले के आरोपी प्रोफेसर की तलाश

KANPUR: टीचर्स भर्ती घोटाले में गिरफ्तार आईआईटी के प्रोफेसर एनसएस गजभिये की तलाश लंबे समय से कर रही थी लेकिन वो हाथ नहीं लग रहे थे। सीबीआई को यह सफलता तब लगी जब उसने आईआईटी प्रशासन का सहयोग लिया। कैंपस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रोफेसर की अरेस्टिंग के मामले में आईआईटी प्रशासन ने अहम भूमिका निभाई है। एडमिनिस्ट्रेशन ने दोनों पक्षों से संपर्क कर मामले का हल निकालने को कहा और हर संभव सहयोग देने का आश्वासन भी दिया। यही वजह है कि अरेस्टिंग के पहले सीबीआई ने इंस्टीट्यूट प्रशासन को पूरे प्लान की जानकारी फैक्स के माध्यम से दे दी थी।

आवास पर छाया सन्नाटा

प्रो। एनएस गजभिये पर साल ख्0क्0 में डॉ। हरि सिंह गौर यूनिवर्सिटी के वीसी रहते हुए फैकल्टी के रिक्रूटमेंट में भारी अनियमितताओं का आरोप है। मामले की जांच सीबीआई ने इयर ख्0क्ब् में शुरू कर दी थी। एक साल से सीबीआई लगातार प्रो। गजभिये की तलाश में आईआईटी कैंपस के चक्कर काट रही थी। सोमवार की शाम को सीबीआई की टीम ने प्रो। गजभिये को कैंपस से अरेस्ट कर लिया। सीबीआई की टीम उन्हें अपने साथ भोपाल ले गई है। इसके बाद से ही कैंपस स्थित गजभिए के आवास पर सन्नाटा पसरा हुआ है। उनके शुभचिंतक आगे की रणनीति पर विधिक सलाह ले रहे हैं।