-आईआईटी परिसर में सीनियर्स के साथ पीडि़त छात्रों ने निकाला जुलूस

-मेन बि¨ल्डग के प्रवेश द्वार के पास आने से रोकने पर सुरक्षाकर्मियों से नोकझोंक

ROORKEE : निष्कासन मामले में हाइकोर्ट से राहत न मिलने से निराश छात्रों ने पुनर्बहाली की मांग को लेकर सैटरडे को भी आईआईटी परिसर में जुलूस निकाल नारेबाजी की। मुख्य बि¨ल्डग में निदेशक कार्यालय के पास धरने पर बैठने को लेकर आंदोलित छात्रों की सुरक्षाकर्मियों से नोंकझोंक भी हुई। छात्रों के शोर शराबे पर एसोसिएट डीन स्टूडेंट वेलफेयर छात्रों से वार्ता को पहुंचे।

प्रबंधन के विरुद्ध खोला मोर्चा

पांच क्यूमूलेटिव ग्रेड प्वॉइंट एवरेज यानि पांच सीजीपीए से कम अंक लाने वाले 7क् छात्रों को आईआईटी रुड़की ने निष्कासित किया हुआ है। सीनेट में सुनवाई न होने के बाद बीते रोज हाइकोर्ट नैनीताल से राहत न मिलने से निष्कासित छात्र और उनके अभिभावक निराश हैं। वेडनसडे से उन्होंने प्रबंधन के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। उनके आंदोलन को छात्र संगठनों के साथ ही सीनियर छात्रों का भी समर्थन मिल रहा है। सैटरडे को भी पीडि़त छात्रों ने वरिष्ठ साथियों के साथ परिसर में जुलूस निकाला। इस दौरान छात्र टेक देम बैक के नारे लगाने के साथ इससे संबंधित बैनर, पोस्टर भी हाथों में थामे थे।

सुरक्षाकर्मियों से हुई नोंकझोंक

मेन बि¨ल्डग की पोर्टिको में घुसने से रोकने पर आंदोलित छात्रों की सुरक्षाकर्मियों से नोंकझोंक भी हुई। बहरहाल छात्र पोर्टिको में धरने पर बैठे और प्रबंधक के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे के बाद एसोसिएट डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ। नवीन कुमार नवानी मौके पर पहुंचे और छात्रों से वार्ता की। उन्होंने बताया कि उनके साथी को पूछताछ के लिये बुलाया गया था और उसे छोड़ दिया गया है। पुनर्बहाली की छात्रों की मांग पर उन्होंने इसके लिए डीन ऑफ स्टूडेंट वेलफेयर डॉ। डीके नौडियाल से दो तीन दिन बाद प्रतिनिधिमंडल के रूप में मिलने की सलाह दी। इस पर छात्र मेन बि¨ल्डग से निकल सीनेट हॉल के बाहर आंदोलन की अग्रिम रणनीति बनाने में जुट गये।

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