- हजारों बच्चों ने दिया प्रतिभा का परिचय
- सिटी के डेढ़ दर्जन स्कूल्स में ऑर्गनाइज हुआ टेस्ट
- 90 मिनट में दिखाई बेहतरीन इंटेलिजेंस स्ट्रेंथ
DEHRADUN : बच्चे का भविष्य क्या होगा, उसका आने वाला कल क्या लेकर आएगा या वह किस लेवल पर जाकर अपनी तैयारियां करे? मन में कौंधने वाले इन सवालों का जवाब अक्सर मिल ही नहीं पाता है, लेकिन जागरण प्रकाशन लिमिटेड और सिगरिड एजुकेशन की ओर से ऑर्गनाइज हुए इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट ने ऐसे ही कई सवालों के जवाब आसान बनाए। एग्जाम के जरिए जहां स्टूडेंट्स को इस बात की जानकारी मिल पाई कि वह फ्यूचर में किस फील्ड में बेहतर कर सकते हैं, वहीं एग्जाम का पैटर्न भी स्टूडेंट्स और टीचर्स के अलावा स्टूडेंट्स को भी खूब भाया।
कई स्कूल्स में ऑर्गनाइज हुआ एग्जाम
इंटेलिजेंस को परखने के लिए ऑर्गनाइज होने वाला खास टेस्ट इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट देहरादून के क्ब् स्कूल्स में ऑर्गनाइज हुआ, जहां बच्चों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। अपना इंटेलिजेंसी लेवल जानने का उत्साह न सिर्फ बच्चों में बल्कि पेरेंट्स में भी खूब देखने को मिला। एग्जाम के स्टार्ट होने से लेकर खत्म होने के बाद तक बच्चों का क्रेज कम नहीं हुआ।
एग्जाम से पहले उमड़ी भीड़
अपने इंटेलिजेंस का लोहा मनवाने के लिए सिटी के करीब डेढ़ दर्जन स्कूल्स के स्टूडेंट्स रजिस्टर हुए। उत्साहित बच्चों की भीड़ एग्जाम से पहले ही सेंटर्स पर उमड़ पड़ी। इंटेलिजेंस और टैलेंट का दमखम दिखाने को बेकरार बच्चों ने एग्जाम में अपनी थिंकिंग एबिलिटीज का बखूबी प्रदर्शन किया। हालांकि बच्चों को एग्जाम सेंटर्स पर पंद्रह मिनट पहले पहुंचना था, लेकिन कई जगह बच्चे स्कूल टाइम से ही पहले पहुंच गए।
टेस्ट फॉर्मेट आया पसंद
क्लास म् से क्ख् तक के स्टूडेंट्स को 90 मिनट में टेस्ट पूरा करना था। चौंकाने वाली बात यह रही कि बच्चों ने इसी टाइम में ईजली एग्जाम खत्म कर दिया। एग्जाम कैसा हुआ के सवाल पर बच्चों का कहना था कि पैटर्न इस तरह से डिजाइन था कि कोई प्रॉब्लम ही नहीं हुई। कुछ बच्चों नें फिजिक्स और मैथमेटिक्स को चैलेंजिंग बताया। हालांकि स्टूडेंट्स ने मल्टीपल इंटेलिजेंस टेस्ट और एप्टीट्यूट टेस्ट दोनों कैटेगरी को ईजी बताया। क्लास म् से क्ख्वीं तक के बच्चों ने क्ब्0 सवालों के घेरे को तोड़कर बखूबी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
एग्जाम का यह रहा फॉर्मेट
क्लास म् से क्क् के लिए
- साइंस- फ्0 सवाल
- मैथेमैटिक्स- फ्0 सवाल
- मेंटल एबिलिटी/रीजनिंग- ख्0 सवाल
क्लास क्ख् के लिए -
पीसीएम स्ट्रीम:
- फिजिक्स- ख्भ् सवाल
- केमिस्ट्री- ख्भ् सवाल
- मैथेमैटिक्स- ख्भ् सवाल
पीसीबी स्ट्रीम:
- फिजिक्स- ख्भ् सवाल
- केमिस्ट्री- ख्भ् सवाल
- बायोलॉजी- ख्भ् सवाल
इसके अलावा सभी क्लास के लिए ब्0 सवालों का एक सेक्शन मल्टिपल इंटेलिजेंस से भी था।
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बेस्ट परफॉर्मर्स को मिलेगा रिवॉर्ड
- एग्जाम में शानदार प्रदर्शन करने वाले कैंडिडेट्स के लिए भ्00 से ज्यादा प्राइज।
- क्लास वाइज ऑल इंडिया रैंक क् को लैपटॉप/टैबलेट्स दिए जाएंगे।
- हर क्लास के सिटी टॉपर भी किए जाएंगे सम्मानित।
- सिटी टॉपर्स को प्रदान किए जाएंगे आकर्षक एजुकेशन डिवाइसेज और पैकेजेज।
- एग्जाम में पार्टीसिपेट करने वाले हर स्टूडेंट को सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा।
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स्टेट टॉपर को मिलेगी साइकिल
एग्जाम में ऑल इंडिया लेवल पर और सिटी लेवल पर बेस्ट परफॉर्मर्स को तो प्राइज दिए ही जाएंगे साथ ही स्टेट में टॉपर्स को विशेष तौर पर सम्मानित किया जाएगा। स्टेट के यह टॉपर्स विशेष प्रक्रिया से चुने जाएंगे। जिसके बाद चुने गए तीन मेधावियों को एवन साइकिल्स द्वारा शानदार साइकिल प्रदान की जाएंगी। इन सभी चुने गए विनर्स की घोषणा समाचार पत्र द्वारा जल्द ही प्रदान की जाएगी।
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इनका रहा सपोर्ट
जागरण प्रकाशन लिमिटेड द्वारा ऑर्गनाइज हुए आईआईटी टेस्ट को मुख्य रूप से सिगरिड एजुकेशन का पूरे एग्जाम के दौरान बेहतरीन सहयोग रहा। एक्टिविटी आई डायरेक्ट द्वारा मैनेज्ड और आई नेक्स्ट द्वारा ऑर्गनाइज की गई।
दून के इन स्कूल्स ने दिया साथ
- बलूनी पब्लिक स्कूल
- सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल
- रिवरेन पब्लिक स्कूल
- जिंप पायनियर स्कूल
- ओलंपस हाई स्कूल
- शेमफोर्ड देहरादून
- गौतम इंटरनेशनल स्कूल
- वीआर क्लासेज
- बलूनी क्लासेज (ओपन सेंटर)
- दून कैंब्रिज सकूल
- चिल्ड्रन एकेडमी
- जीआरडी पब्लिक स्कूल
- मार्शल पब्लिक स्कूल
- सांई ग्रेस एकेडमी
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ओपन सेंटर में भी दिखा एक्साइटमेंट
इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट के लिए स्कूल लेवल पर ऑर्गनाइज हुए एग्जाम के लिए स्कूल के स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड हुए, लेकिन जहां स्कूल्स को सेंटर नहीं बनाया गया था। ऐसे स्कूल्स के स्टूडेंट्स के लिए ओपन काउंटर्स और वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन रजिस्टर्ड की सुविधा दी गई थी। इन कैंडिडेट्स का एग्जाम ओपन सेंटर पर कराया गया। ओपन सेंटर बनाए गए बलूनी क्लासेज पर करीब साढ़े चार सौ स्टूडेंट्स एग्जाम में शामिल हुए। यहां भी स्कूल सेंटर की तरह बच्चों में काफी क्रेज देखने को मिला। स्टूडेंट्स की माने तो एग्जाम का पैटर्न इस तरह से डिजाइन था कि करियर और फ्यूचर गोल्स को लेकर कनफ्यूजन क्लियर हो सके।