सिटी में सïट्टेबाज हुए एक्टिव, IPL betting चल रहा जोरों पर

सिटी में आम दिनों में सïट्टा व मटका जोरों पर तो चलता ही है, लेकिन किसी भी स्पोट्र्स या दूसरे ओकेजन पर यह अवैध धंधा और धंधेबाज कुछ ज्यादा ही एक्टिव हो जाते हैैं। सïट्टा में दांव लगाने वाले भी इन दिनों कुछ ज्यादा का ही दांव लगाते हैैं। सïट्टेबाजों का सïट्टा लगाने का केवल बहाना मिलना चाहिए। अभी इलेक्शन से पहले कैंडीडेट्स और पॉलिििटकल पार्टीज में जमकर सïट्टा लगाया गया। अब इलेक्शन खत्म होने के बाद आईपीएल मैचों पर सïट्टा लगाया जा रहा है। वर्तमान में सिटी में आईपीएल पर सïट्टेबाजी का मार्केट पूरी तरह गर्म है। सïट्टेबाजी को लेकर क्राइम इंसिडेंट्स भी सिटी में अब कॉमन होते जा रहे हैं। हाल के दिनों में सिटी में हुए कुछ इंसिडेंट्स ने लोगों को सोचने पर विवश कर दिया है।

City में चल रहा IPL betting
 सिटी में विभिन्न प्लेसेज पर इस की इल्लीगल बेटिंग का धंधा जोरों पर चल रहा है। इनमें सीतारामडेरा, मानगो, जुगसलाई व बिष्टुपुर शामिल हैं। इन जगहों पर यह धंधा काफी तेजी से फल-फूल रहा है।

Students के साथ ही youth भी लगा रहे दांव
आईपीएल पर बेटिंग करने वालों में ज्यादातर यूथ ही हैं। इनमें कॉलेज गोइंग स्टूडेंट्स के साथ ही वैसे यूथ भी हैं जो जल्द से जल्द शॉर्टकट से पैसा कमाने चाहते हैैं। इसके लिए वे अपने पॉकेट खर्च पर दांव लगाने से भी नहीं चूकते हैं।

पुलिस हो गई एक्टिव
आईपीएल सïट्टेबाजी को लेकर हुई घटनाओं को लेकर अब पुलिस भी एक्टिव हो गई है। इसे लेकर एसएसपी के आदेश पर पुलिस की स्पेशल टीम भी बनायी गई है जो खास तौर पर आईपीएल सïट्टेबाजी पर नजर रखेगी.  पिछले दिनों मानगो पुलिस ने ऐसे ही कुछ युवकों को हिरासत में लिया था। इनके पास से पुलिस ने मोबाइल रिकवर किया था। ये सभी युवक आइपीएल मैच पर सïट्टा लगाते हुए पकड़े गए थे। हालांकि बाद में पुलिस सभी को हिदायत दे कर छोड़ दी थी।

IPL सïट्टेबाजी में कॉलेज स्टूडेंट को मारी गई थी गोली
आईपीएल में सïट्टेबाजी को लेकर ही मानगो थाना एरिया स्थित डिमना रोड में सरेशाम करीम सिटी कॉलेज के स्टूडेंट शाहीद अख्तर को गोली मारी गई थी। जानकारी के मुताबिक उसने आईपीएल को लेकर दांव लगाया था। केवल 3000 रुपए के लिए ही उसे गोली मारने की बात सामने आयी है। फिलहाल शाहीद का टीएमएच में ट्रीटमेंट चल रहा है और उसकी स्थिति खतरे से बाहर है।

ऐसे होती है betting
आईपीएल में किसी खास टीम पर दांव लगाया जाता है। ज्यादातर दांव जीत के लिए लगायी जाती है कि कौन सी टीम जीतेगी। हालांकि हारने वाली टीम पर भी दांव लगायी जाती है, लेकिन इनपर दांव लगाने वालों की संख्या कम होती है। सïट्टेबाजी की रकम कितनी होनी चाहिए, इसका कोई लिमिटेशन नहीं है। ज्यादातर यूथ 1000 रुपए तक लगाते हैं। हालांकि इसपर दांव लगाने का काम 5 रुपए से ही स्टार्ट हो जाता है। इसके बाद टीम की मजबूती के हिसाब से मैच के आखिरी ओवर और आखिरी बॉल तक अमाउंट में बढ़ोतरी होती रहती है। जीतने वाली टीम पर दांव लगाने वाले को डबल पैसे मिलते हैं।

आईपीएल को लेकर हो रही सïट्टेबाजी पर पुलिस की नजर है। इसे रोकने के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। इसके लिए एक टीम भी बनायी गई है जो इस तरह का काम करने वालों पर नजर रखेगी और उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी।
अमोल वी होमकर, एसएसपी, ईस्ट सिंहभूम

Report by : goutam.ojha@inext.co.in