- सिटी के विभिन्न एरियाज में चल रहा है जबरदस्त अवैध फूलों का कारोबार - इन अवैध कारोबारियों के आगे बेबस हैं वर-वधु पक्ष GORAKHPUR: वेडिंग सीजन अपने पीक पर है। रोजाना शहर की सड़कों पर बैंड, बाजा और बारात की धूम मची हुई है। फूलों का सेहरा पहने दूल्हे का मुखड़ा जहां सुहाना हुआ है। वहीं फूल-कलियों से सजी गाडि़यां भी भीनी-भीनी खुशबू देकर बारात में चार चांद लगा रही हैं। जिंदगी के अहम दिन के लिए लोग कुछ भी खर्च करने के लिए तैयार हैं। यही वजह है कि शहर में अब अवैध कारोबारियों का बाजार बढ़ने लगा है। फूलों और सजावट के यह अवैध कारोबारी अपनी जेब तो भर रहे हैं, लेकिन सरकार के खाते में एक फूटी कौड़ी नहीं पहुंच पा रही है। इनके पास किसी तरह का लाइसेंस भी नहीं है। बड़े ही धड़ल्ले से फूलों के इस बाजार पर जिम्मेदारों की नजर नहीं पहुंच सकी है। 40 लाख से उपर की सप्लाई फूलों के थोक व्यापारी रितेश बताते हैं कि केवल सिटी में करीब 40 लाख से उपर का फूलो का कारोबार होता है। सबसे ज्यादा कारोबार अलीनगर, छोटेकाजीपुर, गीता वाटिका के पास से होता है। वेडिंग सीजन में वाराणसी, नैनीताल, कोलकाता व लखनऊ से आने वाले फूलों के खेप आते ही अगले दिन बिक जाते हैं। लगन शुरू होने से अब तक एक करोड़ से उपर का कारोबार हो चुका है। लेकिन लाखों करोड़ों में होने वाले इस कारोबार पर न तो सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट की नजर है और ना ही इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की और न ही नगर निगम के जिम्मेदारों की। अवैध रूप से स्टॉल चला रहे है, जबकि नियमानुसार लाइसेंस लेकर ही दुकान चलाना चाहिए। 16 नवंबर से शुरू हुआ सीजन 16 नवंबर से शहालत शुरू हो गई है, वर-वधु पक्ष की तरफ से जोर-शोर से तैयारियां भी चल रही है। इधर दुल्हे की गाड़ी सजाने वाले फूलों के अवैध कारोबारियों का धंधा भी चरम पर है। गीता वाटिका स्थित जेल रोड व पिपराइच रोड पर धड़ल्ले से फूलों की अवैध दुकानें सज चुकी हैं, दूल्हे की गाड़ी सजाने से लेकर मंडप तक को सजाने के लिए मुंह मांगी रकम देना लोगों की मजबूरी हो चुकी है। गीता वाटिका स्थित फ्लावर डेकोरेटर अमित सैनी ने बताया कि इनोवा गाड़ी सजाने के लिए 4,000 और स्विफ्ट डिजायर सजाने में तीन हजार रुपए का खर्च आएगा। फ्लावर डेकोरेट्स ने सिर्फ दूल्हे के कार सजाने का ही रेट मनमाना नहीं किया है, बल्कि गेंदे के फूलों की माला समेत सुंगधित फूलों भी मनमाने रेट में बेचे जा रहे हैं। -------------------------- आईट्म्स रेट्स दुल्हे की गाड़ी 3,000-10,000 दुल्हन का मंडप 5,000- 50,000 जयमाला का स्टेज 10,000-75,000 बारातियों का स्वागत फूल 1,000-5,000 फूलों से मैरज हाल की सजावट - 20,000-70,000 --------------------- इन फूलों व पत्तियों से होता है सजावट कुंद का फूल, गुलाब, जरवेरा, लेडि़या, घोड़ा पाम, गेंदे का फूल, चमेली, डहेलिया, मोर पंखी, गुलदावड़ी आदि सड़क किनारे दुकान लगाकर चाहे फूल का कारोबार हो या फिर किसी अन्य प्रकार का कारोबार, यह सब एनक्रोचमेंट है। इनके खिलाफ कार्रवाई होगी। प्रेम प्रकाश सिंह, नगर आयुक्त