-मरीजों के जान पर 2ोलने में बदनाम है शहर के कई अस्पताल

-स्वास्थ्य वि5ाग की छापेमारी में 25 को दी जा चुकी है नोटिस

-दिल्ली की तरह यूपी में 5ाी सरकार को कसना होगा शिकंजा

GORAKHPUR: सिटी और रूरल एरिया में इलाज के नाम पर लापरवाही की शिकायत अब आम बात हो गई है। इसे लेकर कई अस्पताल 5ाी बदनाम हैं। अवैध रूप से बिना लाइंसेंस के अल्ट्रासाउंड की जांच की जा रही है। वहीं 1लीनिक 5ाी चले रहे। फिर 5ाी प्रशासन की तरफ से ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। आंकड़ों को दे2ा जाए तो एक महीने में स्वास्थ्य वि5ाग की टीम ने करीब 25 अवैध अल्ट्रासाउंड समेत नर्सिग अस्पतालों और 1लीनिक पर छापा मारा है। उन पर कार्रवाई के साथ नोटिस जारी की गई हैं।

कार्रवाई से बचने के लिए जुगाड़

शिकायत के बाद स्वास्थ्य वि5ाग की ओर से 1लीनिक और नर्सिग हॉस्पिटलों में कार्रवाई तो होती है, लेकिन इसके बाद अस्पताल संचालक जुगाड़ लगाकर किसी तरह मामले को रफा-दफा कर लेते हैं। चौरीचौरा के एक अस्पताल में अवैध रूप से ऑपरेशन थिएटर चला रहा था। स्वास्थ्य वि5ाग की टीम ने उस पर कार्रवाई की, लेकिन मामले को सलटाने के लिए कई लोग सीएमओ कार्यालय पहुंच गए। कर्मचारियों को हर तरह से प्रलो5ान देकर कार्रवाई से बचने का रास्ता ढूंढने लगे। हालांकि इस प्रकरण में अ5ाी जांच जारी है। इस तरह के कई मामले हैं जो सीएमओ कार्यालय के रिकार्ड में दर्ज हैं।

मौत के बाद हो चुका है हंगामा, तोड़फोड़

सिटी के कुछ हॉस्पिटलों में इलाज के दौरान मौत के कई मामले आ चुके हैं। आक्रोशित परिजनों ने हंगामा और तोड़फोड़ 5ाी किया। डॉ1टर्स पर इलाज में लापरवाही का 5ाी आरोप लगा। कई मामलों में जांच के 5ाी आश्वासन दिए गए। लेकिन आज तक उन निजी अस्पतालों के 2िालाफ कार्रवाई नहीं हाे सकी है।

निजी एंबुलेंस सचालकों से सेट है कमिशन

सिटी के ज्यादातर निजी अस्पताल एंबुलेंस संचालकों से जुड़े हैं। कमिशन के च1कर में यह संचालक गोर2ापुर के आसपास जिले से मरीजों को लाते हैं और अपने सेट हॉस्पिटल तक पहुंचाते हैं। मरीज के साथ तीमारदारों को 5ारोसा दिलाते हैं कि कम कीमत पर अच्छा इलाज मिलेगा। परेशान परिजन उनकी बातों में आ जाते हैं। इसके बाद हॉस्पिटल संचालक एंबुलेंस मालिक को कमिशन दे लौटा देते हैं। मरीजों से इलाज के नाम पर अच्छी 2ासी रकम ऐंठ लेते हैं।

पिछली घटनाएं

-मोहद्दीपुर के एक निजी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत के बाद जमकर हंगामा और तोड़फोड़ हुआ था। परिजनों ने डॉ1टर पर लापरवाही का आरोप लगाया था। आक्रोशित मुहल्ले वालों ने जमकर पथराव 5ाी किया था। इसे लेकर 5ारी पुलिस फोर्स 5ाी तैनात हुई थी। मामले में पीडि़त पक्ष के लोगों को हिरासत में 5ाी लिया गया था।

-कूड़ाघाट के निजी हॉस्पिटल में प्रसव के दौरान महिला की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा के साथ तोड़फोड़ की थी। परिजनों का आरोप था कि एनेस्थिसिया और डॉ1टर की लापरवाही के चलते मरीज की मौत हुई थी।

पोर्टल अवैध निजी अस्पतालों के संचालित होने की शिकायत

एक ह3ते पूर्व सीएम के जनसुनवाई पोर्टल पर गोला एरिया के कुछ लोगों ने अवैध निजी हॉस्पिटल के संचालित होने की शिकायत की। अस्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीन से जांच की जाती है। सीएमओ के निर्देश पर स्वास्थ्य वि5ाग की टीम ने बालाजी नर्सिग होम पर छापेमारी की। टीम को दे2ाकर डॉ1टर्स ने ओपीडी 1लीनिक का दरवाजा बंद कर लिया। काफी कोशिश के बाद दरवाजा नहीं 2ाुला तो एसडीएम और संबंधित थाने की पुलिस की मदद ली गई। इसके बावजूद दरवाजा नहीं 2ाोला।