- हॉस्पिटल के बाहर से भी मंगाई जाती थी दवाइयां

-जोलीग्रांट के मेडिकल स्टोर से आई थी हॉस्पिटल में दवाई

- अनुपमा के अकाउंट से डेंटल कॉलेज के खाते में हुआ भुगतान

DEHRADUN:

किडनी कांड की तह तक जाने को दून पुलिस की पूछताछ और बैंक अकाउंट को खंगालने का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा। दून पुलिस का दावा है कि किडनी का कारोबार करने वालों का अस्पताल के बाहर से भी दवाइयां मंगाने और जांच करवाने की बात सामने आई है। साथ ही आरोपियों के बैंक अकाउंट से पुलिस के हाथ कई अहम सुराग भी लगे हैं।

बाहर से हॉस्पिटल में कैसे आई दवाई

किडनी गिरोह का भंडाफोड़ करने और आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए दून पुलिस लगातार लिंक कनेक्शन में लगी हुई है। गुरुवार को पूछताछ में दून पुलिस के सामने एक नई बात सामने आई है। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि जो लोग इस कारोबार में संलिप्त लोगों को दवाई प्रोवाइड कराते थे उनमें हॉस्पिटल के परिसर के बाहर के लोग भी शामिल थे। पुलिस को बताया गया है कि जोलीग्रांट के एक मेडिकल स्टोर के बाहर से भी दवाई मंगाई जाती थी। साथ ही मरीजों के टेस्ट करवाने के लिए बाहर भी ले जाया जाता था। ऐसे में पुलिस अब ऐसे मेडिकल स्टोर और प्राइवेट लैब के लिंक को भी जांच के एंगल में जोड़ रही है। सवाल ये है कि जब दवाइयां और जांच बाहर से भी कराई जा रही थी तो फिर बाहरी लोगों को इस काले धंधे के बारे में कैसे शक नहीं हुआ। और अगर किसी को जानकारी थी तो फिर उनका पूरे कांड में क्या रोल है। ऐसे कई सवाल है जिन कडि़यों को जोड़ने की बड़ी चुनौती दून पुलिस के सामने हैं।

जुलाई में 70 लाख का ट्रांजेक्शन

इधर किडनी कांड के आरोपियों के अकांउट को खंगाल रही दून पुलिस को गुरुवार को भी कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि डा। अक्षत के अकांउट से जुलाई में ख्0 लाख और भ्0 लाख का अलग-अलग ट्रांजेक्शन हुआ है। साथ ही अनुपमा चौधरी के अकाउंट से उत्तरांचल डेंटल कॉलेज के खाते में भी ट्रांजेक्शन हुआ है। गौर हो कि बुधवार को आरोपियों के बैंक अकांउट की डिटेल निकलवाई जिसमें डा। अक्षत संतोष राउत के अलग-अलग बैंकों में अक्षत के पास करीब 7फ् लाख रुपए जमा हैं। इसके अलावा लालतप्पड़ में लाइजनर का काम करने वाले राजीव चौधरी की पत्‍‌नी अनुपमा शर्मा का भी लालतप्पड़ देहरादून में पीएनबी का अकाउंट है। जिसमें सबसे ज्यादा ट्रांजेक्शन होता था। एसएसपी ने बताया कि अनुपमा के अकांउट से ही हॉस्पिटल में दवाइयां और अन्य लेन देन का काम होता था। गुरुवार को बैंक डिटेल में उत्तरांचल डेंटल कॉलेज के खाते में पैसे का ट्रांजेक्शन होने से लिंक भी क्लियर हो गया है। इधर अन्य राज्यों में गई पुलिस की टीम आरोपियों की धरपकड़ और पूछताछ में लग गई है।