दैनिक जागरण आई नेक्स्ट एक्सक्लूसिव

-सेंट्रल स्टेशन सिटी साइड स्थित मोटर साइकिल स्टैंड संचालक की वसूली से परेशान है यात्री

-बाइक का निर्धारित रेट 15 रुपए, वसूले जाते हैं 20 रुपए, विरोध पर यात्रियों से करते हैं अभ्रदता

-यात्री आए दिन डिप्टी एसएस ऑफिस में दर्ज कराते हैं अपनी शिकायत, नहीं होती है कोई कार्रवाई

KANPUR। सेंट्रल स्टेशन सिटी साइड स्थित मोटर साइकिल स्टैंड अवैध वसूली का अड्डा बन चुका है। पार्किंग के लिए रेट निर्धारित होने के बावजूद स्टैंड संचालक मनमानी वूसली करते हैं। इस अवैध वसूली के चलते यात्रियों व स्टैंड कर्मचारियों में आए दिन विवाद होता रहता है। कई यात्रियों ने डिप्टी एसएस व अन्य अधिकारियों से स्टैंड संचालक द्वारा अवैध वसूली न देने अभद्रता करने की लिखित शिकायत भी की है लेकिन समस्या का हल नहीं हुआ है। सूत्रों की मानें तो जीआरपी और रेलवे अधिकारियों की शहर पर ही अवैध वसूली की जाती है। आंकड़े के मुताबिक, स्टैंड संचालक हर महीने तीन लाख से ज्यादा की अवैध वसूली करता है।

15 की जगह 20 रुपए वसूलते

एक सप्ताह पूर्व ही स्टेशन के सिटी साइड स्टैंड संचालक की शिकायत दर्ज कराने वाले पुनीत शुक्ला बताते हैं कि वह अपने रिश्तेदार को स्टेशन में छोड़ने आए थे। उन्होंने अपनी बाइक स्टैंड में लगानी चाहिए। स्टैंड संचालक ने बाइक खड़ी करने का चार्ज 20 रुपए बताया। पुनीत ने जब उससे बाइक पार्किंग का किराया 15 रुपए होने की बात कही तो स्टैंड संचालक उनसे अभद्रता करने लगा। इसके शिकायत उन्होंने डिप्टी एसएस कार्यालय में दर्ज कराई थी।

डाक से भेजते हैं प्रोग्रेस रिपोर्ट

इलाहाबाद पीआरओ अमित मालवीय से यात्रियों द्वारा की गई शिकायतों का निस्तारण किस प्रॉसेस में होने की जानकारी ली गई। उन्होंने बताया कि स्टेशन में यात्रियों के दर्ज कराई कई शिकायतों को कॉमर्शियल विभाग के अधिकारियों को निस्तारण के लिए भेजी जाती है। उसकी एक कॉपी इलाहाबाद मंडल भी आती है। शिकायत के कुछ दिनों बाद कॉमर्शियल विभाग से शिकायत की प्रोग्रेस रिपोर्ट मांगी जाती है। जो कि शिकायतकर्ता को डाल के माध्यम से पोस्ट कर दी जाती है।

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मनचाही बनती है निस्तारण रिपोर्ट

रेलवे सोर्सेज की माने तो यात्रियों की शिकायत कॉमर्शियल विभाग को भेजी जाती है। जहां के कुछ कर्मचारियों से मोटर साइकिल स्टैंड संचालक की पहचान है। स्टैंड संचालक की शिकायत आने पर वह कर्मचारी अधिकारियों से मिलकर मामले को वहीं रफादफा कर देते हैं। इसके चलते ही मंडल द्वारा शिकायत की मांगी गई प्रोग्रेस रिपोर्ट को अधिकारी मनचाहे ढंग से बना उच्चाधिकारियों को भेज देते हैं।

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तय की गई पार्किंग रेट लिस्ट

साइकिल 5 रुपए

मोटर साइकिल 15 रुपए

हैलमेट 5 रुपए

कार व ऑटो 35 रुपए

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यात्रियों की शिकायतों का निस्तारण का प्रोग्रेस रिर्पोट समय-समय पर मांगी जाती है। जिसकी एक कॉपी शिकायतकर्ता को भी भेजी जाती है। स्टैंड संचालक यात्रियों से अवैध वसूली कर रहा है तो मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

-अमित मालवीय, पीआरओ, इलाहाबाद

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कार्रवाई हाेनी चाहिए

मैं अपने रिश्तेदार को स्टेशन रिसीव करने आया था। स्टैंड में बाइक पार्किंग करने गया तो उसने पार्किंग के 25 रुपए मांगे। अवैध वसूली का विरोध करने पर स्टैंड संचालक ने अभद्रता भी की।

-मोहन वर्मा

स्टैंड संचालक की अवैध वसूली के खिलाफ मैं दो बार शिकायत कर चुका हूं। इसके बावजूद अवैध वसूली में शिकंजा नहीं कसा है।

-दिनेश वर्मा

स्टैंड संचालक प्रतिदिन सैकड़ों यात्रियों से बाइक व साइकिल व हेलमेट के किराए को लेकर अवैध वसूली करता है। जिस पर रेलवे अधिकारियों को रोक लगाने की जरूरत है।

-सुरेन्द्र गुप्ता

शिकायत होने के बावजूद स्टैंड संचालक के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने की वजह से उसके हौसले और बढ़ गए हैं। अवैध वसूली को लेकर विवाद भी हो जाता है।

-राजेश सिंह

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प्रतिदिन आने वाले वाहन

2000 मोटर साइकिल

200 साइकिल

41 हजार की इंकम प्रतिदिन

10 हजार रुपये अवैध वसूली

3 साल के लिए दिया है टेंडर

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न रेट लिस्ट न ठेकेदार का नाम

सेंट्रल स्टेशन सिटी साइड स्थित मोटर साइकिल स्टैंड में संचालक ने न तो रेट लिस्ट लगा रखा है और न ही ठेकेदार की नेम प्लेट लगी हुई है। इसके चलते स्टैंड में बैठे कर्मचारी यात्रियों से मनचाहे दाम वसूल करते हैं। यात्री के विरोध करने पर वह अभद्रता व मारपीट तक में उतारू हो जाते हैं।