आगरा। सियासत की सरगर्मी बढ़ चुकी है। नामांकन का शोर अपने शबाव पर है। अधिकांश उम्मीदवारों ने अपनी दावेदारी को आधिकारिक तौर पर जता दिया है। दावेदारों की धन-संपदा तो अकूत है, लेकिन इसके उलट शिक्षा पर गौर फरमाया जाए तो वह काफी निल नजर आती है। हालांकि डॉक्टर और वकील भी मैदान में हैं, लेकिन अधिकांश प्रत्याशियों की एजुकेशन ना के बराबर है। जनता ने पीएचडी तो कहीं पर कक्षा वीं पास को अपना विधायक भी वर्ष 2012 में चुना था। अब देखना ये है कि इस बार जनता पढ़े लिखों को चुनेगी या फिर अनपढ़ों पर ही फिर से विश्वास जताएगी। इसी आंकड़े को पेश करती हुई ये खबर

भाजपा में हैं डॉक्टर और वकील

फतेहपुरसीकरी के भाजपा प्रत्याशी चौधरी ट्रिपल एमए और बीएड हैं, छावनी विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी डॉ। जीएस धर्मेश एमबीबीएस हैं, दक्षिण विधानसभा से योगेंद्र उपाध्याय बीएससी एलएलबी हैं, उत्तर से जगन प्रसाद गर्ग स्नातक हैं, फतेहाबाद से जितेंद्र वर्मा हाईस्कूल हैं, खेरागढ़ से महेश गोयल एमएससी (एग्रीकल्चर) हैं।

बसपा में ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं

दक्षिण से जुल्फिकार अहमद भुट्टो नौ वीं पास हैं, फतेहाबाद से पंडित उमेश सैंथिया इंटर हैं, छावनी से गुटियारीलाल दुबेश नौ वीं पास हैं, खेरागढ़ से भगवान सिंह कुशवाहा एमएससी हैं, बाह के मधुसूदन शर्मा आठवीं पास हैं। फतेहपुरसीकरी से ठाकुर सूरजपाल सिंह नौवीं पास हैं। खेरागढ़ से डॉ। धर्मपाल सिंह पीएचडी हैं।

अधिकांश निर्दलीय हैं अनपढ़

खेरागढ़ विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी अंबेडकरी हसनूराम अंबेडकरी साक्षर हैं। इनकी शिक्षा नहीं हैं, लेकिन हस्ताक्षर कर लेते हैं। इनके अलावा अन्य कई ऐसे प्रत्याशी हैं, जो अनपढ़ हैं। फिर भी चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे हैं।