- ड्रग विभाग में सिजेरियन के लिए जरूरी इंजेक्शन भी नहीं

GORAKHPUR: जिला महिला अस्पताल में जरूरी दवाओं का टोटा हो गया है। ब्लीडिंग रोकने वाली दवाएं और पेनकिलर इंजेक्शन अस्पताल के स्टॉक से गायब है। वहीं सिजेरियन के लिए जरूरी ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन भी नहीं है। इससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

सीएमओ से मांगी गईं दवाएं

205 बेड वाले जिला महिला अस्पताल की ओपीडी में रोजाना करीब 400 महिलाएं इलाज कराने पहुंचती हैं। वहीं, रोजाना 20 प्रेग्नेंट लेडीज के सामान्य प्रसव और छस से आठ का सिजेरियन भी होता है। लेकिन इन दिनों यहां दवाओं की कमी मरीजों पर भारी पड़ रही है। यहां सबसे अधिक परेशानी सिजेरियन के लिए जरूरी दवाओं की कमी के चलते है। नॉर्मल और सिजेरियन में लगने वाला ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन एक हफ्ते से नहीं मिल रहा है। इसे लेकर मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। उधर, प्रसव के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग को रोकने के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा भी यहां खत्म हो गई है। उधर अस्पताल प्रशासन का कहना है कि दवाओं के लिए सीएमओ से कहा गया है।

वर्जन

लोकल पर्चेज से जरूरी दवाएं मंगा ली गई हैं। ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन भी आ चुका है। अन्य दवाओं के लिए फर्म को डिमांड भेजी गई है।

- डॉ। डीके सोनकर, एसआईसी जिला महिला अस्पताल