आंसर शीट लेकर आब्जर्वर हुए लखनऊ रवाना

आगरा। संडे को कम्बाइंड प्री मेडिकल टेस्ट सीपीएमटी 2014 की री-एग्जाम का आयोजन सिटी के 14 सेंटर्स पर किया गया। 580 कैंडिडेट्स एबसेंट रहे। 6346 कैंडिडेट्स ने एग्जाम दिया। बाहर की सिटी से कैंडिडेट्स सुबह ही आना स्टार्ट हो गए।

सबसे पहले किया रिवीजन

सेंटर में एंटर करने से पहले ज्यादातर कैंडिडेट्स सड़कों, पार्कों आदि जगहों पर रिवीजन करते हुए दिखाई दिए। सुबह 10 बजे शुरू होने वाले पेपर के लिये कैंडिडेट्स को 9:15 बजे ही सेंटर्स पर अंदर जाने की एंट्री दे दी गई थी।

कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ पेपर

सिटी के 14 सेंटर्स पर कड़ी सुरक्षा बरती गई। लखनऊ से आए ऑब्जर्वर और प्रशासनिक अफसरों के साथ डॉ। बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में सीलबंद पेपर के लिफाफे खोले गए और फिर उन्हें बांटा गया। इसी तरह जब पेपर हो गया तो कैंडिडेट्स की ओएमआर सीट्स को सील्ड करके बॉक्स में लॉक कर भेजा गया।

प्रशासन रहा चौकस

पेपर के दौरान सभी सेंटर्स पर प्रशासन की तरफ से पुलिसबल और पीएसी के जवान मुस्तैद रहे। वहीं पेपर के दौरान एडीएम सिटी आरके श्रीवास्तव और एसपी सिटी समीर सौरभ ने सभी सेटर्स पर जाकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे।

580 कैंडिडेट्स रहे एब्सेंट

टेस्ट कॉर्डीनेटर डॉ। लवकुश मिश्रा ने बताया कि सभी सिटी के सभी 14 सेंटर्स पर 6926 कैंडिडेट्स शामिल होने थे। जिसमें सभी सेंटर्स के मिलाकर कुल 580 कैंडिडेट्स एब्सेंट रहे। इस तरह से सिटी में 6346 कैंडिडेट्स ने 14 सेंटर्स पर सीपीएमटी का एंट्रेंस एग्जाम दिया।

ओएमआर सीट रखने में हुई चूक

आईईटी खंदारी में कैंडिडे्टस द्वारा खाली ओएमआर सीट को ड्यूटी कर्मचारियों और ऑफीसर की लापरवाही से एक ही बक्से में रख दिया गया। बक्सों को सील भी कर दिया गया, इसका पता कलक्ट्रेट में ट्रेजरी विभाग में पेपर्स जमा करने के दौरान लगा। मौके पर मौजूद लखनऊ के ऑब्जवर्स, अधिकारियों और टेस्ट कॉर्डीनेटर डॉ। लवकुश मिश्रा ने आनन-फानन में कर्मचारी बुलाया। दोबारा बक्सों की सील खोलकर पेपरों को अलग-अलग बक्सों में रखा।

खाली छोड़ी ओएमआर सीट

आईईटी, खंदारी में आब्जर्वर्स ने पाया कि एक कैंडिडे्टस ने अपनी पूरी ओएमआर सीट पूरी खाली छोड़ रखी थी। उसने उस सीट में एक भी गोला नहीं करा था।

फिजिक्स ने ग‌र्ल्स को किया परेशान

एंटरेस टेस्ट को देकर सेंटर्स से बाहर निकली ग‌र्ल्स का कहना था कि पेपर में फिजिक्स के प्रश्न थोड़े टफ रहे और बॉटनी, जूलोजी काफी इजी थी, वहीं ब्वायज का कहना था कि पेपर काफी इजी पेपर था और कैमिस्ट्री के प्रश्नों का लेवल तो काफी नीचे था, जो कि सीपीएमटी में आने के लायक भी नहीं थे।

आगरा कॉलेज में एक लड़के का पर्स हुआ गुम

मथुरा निवासी पवन कुमार यादव का आगरा कॉलेज में सेंटर था। जिसने कॉलेज प्रशासन द्वारा निर्धारित कांउटर पर अपना बैग जमा किया। इसके लिये कर्मचारियों ने उसे 12 नम्बर का टोकन दिया। वह अंदर की तरफ हो रही चेकिंग में पहुंचा। जेब में पर्स होने पर चेकिंग टीम ने काउंटर पर ही जमा करने के लिये कहा। जहां उसने कर्मचारी को अपना टोकन नंम्बर बता पर्स रखने को कहा, लेकिन कर्मचारी ने लापरवाही दिखाकर उसे 11 नम्बर में रख दिया। इतना ही कर्मचारी ने बैग और पर्स दूसरे छात्र को थमा दिया। लेकिन छात्र की ईमानदारी के चलते पर्स और बैग मिल गया।