हाईकोर्ट के अधिवक्ता पर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का आरोप

अधिवक्ता, परिजनों सहित अन्य खिलाफ पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट

ALLAHABAD: हाईकोर्ट में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी की चाहत में एक महिला व उसके रिश्तेदार को लाखों का झटका लगा। महिला का आरोप है कि नौकरी दिलाने के नाम पर हाईकोर्ट के एक अधिवक्ता ने इन लोगों से करीब पचास लाख ऐंठ लिया। जब नौकरी दिलाने की बारी आयी तो गच्चा दे दिया। पुलिस ने महिला की तहरीर पर अधिवक्ता व परिजनों सहित अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

आईजी से लगायी गुहार

कर्नलगंज के विजय कुमार की विवाहिता बेटी रंजीता सोनकर पिता के घर में ही रहती है। पति से विवाद के बाद तलाक का मुकदमा चल रहा है। आईजी को दिए प्रार्थना पत्र में रंजीता ने आरोप लगाया कि तलाक के मुकदमे की पैरवी के दौरान कोतवाली क्षेत्र निवासी अधिवक्ता मलय से उसकी मुलाकात हुई। मलय ने रंजीता से हाईकोर्ट में चतुर्थ श्रेणी की नौकरी दिलाने का दावा किया। इस कार्य में प्रति व्यक्ति चार लाख खर्च की बात कही। रंजीता ने नौकरी की चाह में खुद के साथ कई रिश्तेदारों से भी चेक और नकद पैसा अधिवक्ता को उपलब्ध करा दिया। रंजीता ने बताया कि उसने सन 2014 में 50 लाख रुपये लेकर अधिवक्ता को दिए। लेकिन नौकरी दिलाने के बजाय अधिवक्ता पत्‍‌नी समेत दिल्ली चला गया। फोन पर संपर्क किया तो अधिवक्ता ने जल्द ही आने वाली सूची में चयन का हवाला देते हुए फोन काट दिया। इसके बाद अधिवक्ता का फोन बंद हो गया।

बदसलूकी का भी आरोप

महिला ने आईजी को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि जब उसने इस बात की शिकायत अधिवक्ता के पिता से की तो उन्होंने घर बुलाकर गाली-गलौज की। आईजी ने तत्काल इस मामले में सिविल लाइंस पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

आरोपी अधिवक्ता उसकी पत्‍‌नी व पिता सहित अन्य लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है। जानकारी मिली है कि आरोपी और उसका परिवार दिल्ली में है। जल्द ही पुलिस ने उनसे पूछताछ करेगी।

अरुण कुमार, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस