ABEVP ने शुरू की मुहिम
एबीईवीपी (अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद) ने लव जिहाद से लड़कियों को बचाने की अपनी इस मुहिम की शुरूआत आगरा से की है. इन्होंने स्कूली छात्राओं के साथ ही किशोरियों के मोबाइल रखने पर बैन लगाने का फैसला किया है. इस मुद्दे पर आगरा में आयोजित ट्रेडर्स और इंडस्ट्री वेलफेयर एसोसिएशन की एक बैठक में 1 हजार से भी अधिक लोगों ने भाग लिया. बैठक में केंद्रीय सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्री कलराज मिश्र भी शामिल हुये.

शहरी निकाय का पहला फैसला

इस बैठक में ABEVP के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुमंत गुप्ता ने कहा कि राज्य में समाजवादी पार्टी की सरकार एक विशेष समुदाय को विशेष अधिकार दे रही है, जिससे दूसरे समुदाय कमजोर हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसलिये लड़कियों के मोबाइल इस्तेमाल करने पर बैन लगाने की जरूरत पड़ रही है. आपको बता दें कि पहली बार ऐसा हुआ है किसी शहरी निकाय ने ऐसा फैसला लिया है. इससे पहले खाप पंचायतें लड़कियों के मोबाइल इस्तेमाल करने पर पाबंदी लगाने की बातें करती रही है. वैश्य समाज के ये नेता 12वीं क्लॉस तक की लड़कियों को मोबाइल से अलग रखना चाहते हैं ताकि वे दूसरे समुदाय के पुरुषों से दूर रह सकें.

मोबाइल से होती जिंदगी बर्बाद
संगठन के अध्यक्ष गुप्ता ने कहा,'मोबाइल और इंटरनेट आज के युवाओं का करियर और जिंदगी बर्बाद कर रहे हें. ऐसी चीजें युवाओं को 'लव जिहाद' में फंसा देती हैं. हम राज्य में इस तरह के मामलों की बढ़ती संख्या से दुखी और चिंतित हैं, खासकर जब इसमें वैश्य समुदाय की लड़कियां शामिल हैं. हमारे पास सावधानी बरतने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.' उन्होंने बताया कि उनके संगठन की योजना के मुताबिक राज्य में युवाओं और महिलाओं की एक यूनिट तैयार की जायेगी, जो वैश्य जाति की लड़कियों और युवाओं को मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करने के लिये समझांयेंगे.      

Hindi News from India News Desk

 

National News inextlive from India News Desk