- अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई में नगर निगम ने वसूला 16 लाख का जुर्माना

- लाइसेंस फीस के रूप में जुटाया गया केवल 5 लाख रुपए का राजस्व

DEHRADUN: नगर निगम ने लाइसेंस फीस से कम तो अतिक्रमण से ज्यादा राजस्व कमाया। पिछले वित्तीय वर्ष में नगर निगम ने लाइसेंस फीस से केवल भ् लाख रुपए का राजस्व जुटाया, इधर अतिक्रमण से वसूले गए जुर्माने की बात करें तो निगम ने क्म् लाख रुपए जुटाए। यानि लाइसेंस फीस का तीन गुना निगम ने अतिक्रमण से कमाया। अब सवाल यह उठ रहा है कि कहीं ज्यादा कमाई के चक्कर में निगम जान बूझ कर तो अवैध ठेलियों के लाइसेंस जारी नहीं कर रहा।

चार पहिया ठेलियों से ज्यादा कमाई

बीते वित्तीय वर्ष में नगर निगम द्वारा क्क्0ब् लाइसेंसी ठेलियों से सालाना ब्00 रुपये के हिसाब से ब्ब्क्म्00 रुपये फीस वसूली। तीन पहिए वाली क्77 ठेलियों से फ्भ्0 रुपये के हिसाब से म्क्9भ्0 रुपए वसूले गए। इधर सिटी के तीस पेट्रोल पंप्स से निगम ने क्भ्000 रुपए का राजस्व जुटाया जबकि क् लाउड स्पीकर से क्00 रुपये, ब् कोयला विक्रेताओं से 80 रुपये और एक भूसा स्टोर से निगम ने ख्0 रुपए वसूले। कुल मिलाकर लाइसेंस फीस से निगम ने पिछले वित्तीय वर्ष में भ्0फ्7भ्0 रुपए का राजस्व जुटाया।

अतिक्रमण बना कमाइर् का जरिया

नगर निगम के अधिकारियों की मानें तो लाइसेंस से तीन गुना राजस्व अतिक्रमण हटाओ अभियान से वसूला गया है। जहां सालाना लाइसेंस फीस ने निगम ने करीब भ् लाख रुपए जुटाए वहीं अतिक्रमण के मामलों में जुर्माने से निगम ने क्म् लाख रुपये कमाए। निगम अधिकारी इस बात की पुष्टि स्वयं कर रहे हैं कि सर्वे के दौरान क्भ्00 ठेलियां अवैध पाई गई। हालांकि निगम खुद कबूल कर रहा है कि शहर में इससे भी दस गुना अवैध ठेलियां, कोयला विक्रेता, पेट्रोल पंप और भूसा स्टोर संचालित हो रहे हैं।

जारी किये गए लाइसेंस

चार पहिए वाली ठेली- क्क्0ब्

तीन पहिए वाली ठेली- क्77

लाउड स्पीकर- क्

कोयला विक्रेता- ब्

पेट्रोल पंप- फ्0

भूसा स्टोर- क्

------------

निगम द्वारा जारी किए गए विभिन्न लाइसेंसों से भ् लाख की रकम जुटाई, इधर अतिक्रमण के खिलाफ चलाए गए अभियानों में निगम द्वारा क्म् लाख रुपए का जुर्माना वसूला गया। अब नए वित्तीय सत्र से नगर निगम द्वारा नियमों में बदलाव किए जाने की योजना है।

- विनय प्रताप ,कर अधीक्षक (भूमि) नगर निगम