RANCHI : नोटबंदी के दौरान पेट्रोल पंपों को हजार और पांच सौ रुपये के पुराने नोट लेने की अनुमति का पेट्रोल पंपों ने बेजा फायदा उठाया है। इसी आड़ में ब्लैक को व्हाइट बनाने की कोशिश हुई है। इस भनक के बाद आयकर विभाग की पेट्रोल पंपों पर नजर पैनी हो गई है। सोमवार को राजधानी के एक पेट्रोल पंप पर हुए सर्वे के बाद मंगलवार को ख्म् पेट्रोल पंपों को नोटिस जारी किया गया है। शुक्रवार तक राजधानी के सभी क्भ्0 पेट्रोल पंपों को नोटिस भेजने की तैयारी है। नोटबंदी के दौरान पेट्रोल पंपों ने औसत से ज्यादा की बिक्री की होगी तो उन्हें जवाब देना होगा।

मांगा है लेखा-जोखा

आयकर ने नोटिस के जरिए आय व्यय का लेखा जोखा मांगा गया है। एक सप्ताह के अंदर जवाब नहीं देने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। आयकर विभाग सभी पेट्रोल पंप के कागजात खंगालेगा। नोटिस मिलते ही पेट्रोल पंप संचालकों के बीच हड़कंप है। आयकर विभाग के इस कदम के बाद राजधानी के सभी पेट्रोल पंप संचालक अपने अपने कागजात को दुरुस्त करने में जुट गए हैं। जांच में नए नोट और पुराने नोटों के ट्रांजेक्शन पर भी खास नजर रखी गई है। नोटबंदी के शुरुआती क्0 दिनों में हुए आय के बारे में भी पूरी जानकारी मांगी जा रही है।

काले धन को सफेद करने का खेल

आयकर विभाग के अनुमान के अनुसार पूरे देश में काले धन को सफेद करने में पेट्रोल पंपों ने सक्रिय भूमिका निभाई है। नोटिस और सर्वे के जरिए कई राज खुलेंगे। विभाग ने पेट्रोल पंप संचालकों से नए नोट के साथ-साथ पुराने नोट के जरिए हुए ट्रांजेक्शन की पूरी जानकारी मांगी है। जिससे कैश फ्लो की स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट हो जाएगी।

ऑयल कंपनियां भी कर रहीं जांच

पेट्रोल पंप पर पिछले तीन सप्ताह में हुए ट्रांजेक्शन की जानकारी अब तेल कंपनियां भी लेने लगी हैं। मंगलवार को आइओसी और एचपी के अधिकारियों ने कई पेट्रोल पंप का दौरा किया। सभी पेट्रोल पंप के बही खाते की जांच की। नए नोट और पुराने नोटों से हुए व्यवसाय की जानकारी हासिल की।