- शहर में लगातार बढ़ता जा रहा है बिजली संकट का ग्राफ

- जनता हो रही परेशान, स्पष्ट कारण नहीं आ रहे सामने

LUCKNOW

अरे, अभी तो बिजली आई थी, फिर चली गई। इतनी भीषण गर्मी में न जाने बिजली कटौती क्यों की जा रही है। यह सवाल लगभग हर लखनवाइट्स के मन में उठ रहा है और लेसा इस सवालों को जवाब देने में असफल साबित हो रहा है। भले ही बिजली कटौती के कारण कई हों, लेकिन एक हकीकत यह है कि बिजली संकट के बादल लगातार गहराते जा रहे हैं।

आज यहां रहा बिजली संकट

एरिया: अहिबरनपुरवा में ट्रांसफॉर्मर जला

संकट रहा: करीब सात से आठ घंटे

एरिया: भीकमपुर में 11 हजार पोल में आई समस्या

संकट रहा: करीब तीन घंटे

एरिया: राजाजीपुरम ओल्ड में 33केवी लाइन में फॉल्ट

संकट रहा: करीब दो घंटे

एरिया: विक्टोरिया में ट्रांसफॉर्मर का मेंटीनेंस

संकट रहा: करीब तीन घंटे

1200 मेगावाट की जरूरत

बढ़ते तापमान के साथ शहर में लगातार विद्युत खपत भी बढ़ती जा रही है। जानकारी के अनुसार, प्रतिदिन औसतन 1 हजार मेगावाट बिजली की जरूरत है, जबकि शुक्रवार को विद्युत आपूर्ति की डिमांड 1,150 मेगावाट तक पहुंच गई थी। जबकि शनिवार को करीब 1,200 मेगावाट की जरूरत सामने आई। हैरानी की बात यह है कि जितनी जरूरत है, उतनी ही विद्युत आपूर्ति भी हो रही है, इसे खुद लेसा के अधिकारी स्वीकार भी कर रहे हैं, इससे सवाल है कि आखिर फिर कटौती क्यों हो रही है।

राह के रोडे़

1-मेंटीनेंस: भले ही विद्युत तारों और ट्रांसफॉर्मरों का मेंटीनेंस कराया जा रहा है लेकिन कहीं न कहीं कुछ कमी जरूर है, इसकी वजह से आए दिन ट्रांसफॉर्मर फेल हो रहे हैं।

2-बिजली चोरी: निश्चित रूप से बिजली चोरी भी एक अहम कारण है। महकमे की ओर से अभियान चलाकर बिजली चोरी पकड़ी जा रही है लेकिन विद्युत आपूर्ति पर इसका कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है।

3-ओवरलोड ट्रांसफॉर्मर: बढ़ते लोड के कारण ट्रांसफॉर्मर भी ओवरलोड हो गए हैं, मतलब उन पर ज्यादा भार पड़ रहा है, इस वजह से ट्रांसफॉर्मर फेल हो रहे हैं और बिजली आपूर्ति गड़बड़ा रही है।

लेसा चीफ आशुतोष कुमार बोले

प्रश्न: क्या वजह है कि शहर में अघोषित विद्युत कटौती हो रही है?

उत्तर: कहीं जबरन कटौती नहीं हो रही है, अगर कहीं ट्रांसफॉर्मर में खराबी आती है या केबिल में प्रॉब्लम आती है तो उसे ठीक करने के लिए शटडाउन लिया जाता है।

प्रश्न: विद्युत मांग के अनुसार विद्युत आपूर्ति हो रही है, फिर समस्या क्यों?

उत्तर: विद्युत मांग बढ़ती जा रही है, औसतन 1200 मेगावाट बिजली की जरूरत है और इतनी ही आपूर्ति हो रही है। फॉल्ट होने की स्थिति में ही लाइन बंद की जाती है।

प्रश्न: 24 घंटे बिजली देने और फॉल्ट दूर करने के लिए क्या कदम उठाएंगे?

उत्तर: ऐसे स्थान चिन्हित किए जा रहे हैं, जहां कटौती संबंधी समस्या है। फॉल्टों के निस्तारण के लिए भी टीमें बनाई गई हैं।

आज यहां बंद रहेगी बिजली

विद्युत मेंटीनेंस के कारण रविवार को राजाबाजार, मेडिकल कॉलेज, जनता नगरी, रस्तोगी टोला, सुभाष मार्ग आदि में दोपहर 12 बजे से करीब एक घंटे तक बिजली बंद रहेगी।