भारतीय इंजीनियर संभालेंगे बफे की गद्दी

ओडिशा में जन्मे भारतवंशी पेशेवर अजित जैन अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनी बर्कशायर हैथवे के अगले प्रमुख हो सकते हैं. कंपनी ने इस बात के पर्याप्त संकेत दिए हैं कि आईआईटियन जैन बर्कशायर हैथवे के अवकाश ग्रहण कर रहे 84 वर्षीय चेयरमैन एवं सीईओ वारेन बफे के उत्तराधिकारी हो सकते हैं. उन्हें अरबपति निवेशक बफे के उत्तराधिकारी की दौड़ में सबसे आगे बताया जा रहा है.

किससे मिलेगी चुनौती

भारतीय इंजीनियर अजित जैन को अपनी कंपनी के ही एक अन्य शीर्ष अधिकारी ग्रेग अबेल से तगड़ी चुनौती मिल रही है. जैन के बर्कशायर हैथवे के मुखिया बनने की संभावना इसलिए भी ज्यादा प्रतीत हो रही है क्योंकि खुद बफे ने उनके काबलियत की सराहना की है. शेयरधारकों को लिखे अपने बहुप्रतीक्षित सालाना पत्र में नामचीन अमेरिकी निवेशक ने बर्कशायर रिइंश्योरेंस ग्रुप का प्रबंधन करने वाले जैन को एक विश्वस्तरीय उम्दा अधिकारी बताया है. उन्होंने कहा कि जैन का दिमाग नए-नए विचारों को पैदा करने वाला कारखाना है.

बफे ने नहीं खोले पत्ते

बफे के मुताबिक जैन की अगुवाई में कंपनी का करोबार काफी बेहतर तरीके से आगे बढ़ा है. हालांकि उन्होंने अपने उत्तराधिकारी के लिए किसी का नाम नहीं लिया. लेकिन बर्कशायर हैथवे के उपाध्यक्ष चार्ल्स मुंगर ने पत्ता खोल दिया. उन्होंने जैन के साथ-साथ बर्कशायर के ऊर्जा कारोबार की अगुवाई करने वाले अबेल का नाम भी संभावित दावेदारों के रूप में ले लिया. हालांकि मुंगर ने भी 63 वर्षीय जैन की तारीफ की. उन्होंने कहा कि जैन और अबेल दुनिया के सबसे अधिक अच्छा प्रदर्शन करने वाले पेशवरों में शुमार हैं. मुंगर के अनुसार जैन, बफे से भी बेहतर कारोबारी साबित हो सकते हैं.

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