सुनने में आया है कि इंडिया में 2017 तक न्यूयॉर्क के हिस्टॉरिकल ग्रैंड सेंट्रल टर्मिनल या पेरिस के फेम्ड गैरेड अस्टर्लिट्ज टर्मिनस स्टाइल के पांच या छह टॉप क्लास रेलवे स्टेशंस बनाने की प्लानिंग की जा रही है. यह बात रेलवे बोर्ड के टॉप ऑफिशियल र्सोसेज से पता चली है. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अरुणेंद्र कुमार के अकॉर्डिंग कमिंग दो-तीन सालों में हमें कंट्री के पांच या छह प्लेसेज पर वर्ल्ड के कुछ शानदार स्टेशंस के स्टाइल के स्टेशन देखने को मिल सकते हैं. उनके अकॉर्डिंग न्यूयॉर्क सेंट्रल या गैरेड'अस्टर्लिट्ज पर जैसी फेसेलिटीज मिलती हैं वैसी ही यहां भी देने की प्लानिंग है, जिनमें मॉल जैसी वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी भी शामिल है. कुमार ने बताया कि इन प्रोजेक्ट्स पर जल्द काम स्टार्ट हो जाएगा और यह तीन सालों के अंदर पूरा भी करने की प्लानिंग की जा रही है. उन्होंने बताया कि स्टेशन डिवलेपमेंट का काम बिलकुल डिफरेंट होगा. इंडियन रेलवे फील कर रहा है कि स्टेशंस पर मॉल एक्सपीरियंस जैसा कॉन्सेप्ट होना चाहिए. हम ग्लोबल स्टैंडर्ड के हिसाब से खुद को रेडी करना चाहते हैं.  उन्होंने बताया कि यह स्टेशंस पैसेजर को अट्रैक्ट करके बिजनेस को इंप्रूव करेंगे.

इंडियन रेलवे एशिया में लारजेस्ट और वर्ल्ड में एक मैनेजमेंट के अंडर सेकेंड लारजेस्ट रेल नेटवर्क है. इसके करीब 1,10,000 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर रोजाना 11,000 गाड़ियां चलती हैं. स्टेशन मॉडर्नाइजेशन के अलावा रेलवे ने पोर्ट कनेक्टिविटी पर फोकस बढ़ाया है और करीब 16,000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है. रेलवे ने करीब सात प्रोजेक्ट्स को क्लीयरेंस दी है और रिक्वेस्ट के बेस पर ज्यादा प्रोजेक्ट्स को एक्सेप्टेंटस मिल सकती है.  पता चला है कि रेलवे के 10 सेक्टरों को फॉरेन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट (FDI) के लिए खोला गया है, जो इसके वर्किंग के सभी एरियाज को कवर करते हैं.

Hindi News from World News Desk

International News inextlive from World News Desk