-33वीं इंदिरा मैराथन में आर्मी के जवानों ने टॉप थ्री पर किया कब्जा, कानपुर के सिख रेजीमेंट के रशपाल सिंह ने मारी बाजी

- 111 टीए बटालियन इलाहाबाद के अनिल कुमार सिंह रहे दूसरे तो कुमाऊं रेजीमेंट के आनंद सिंह रावत ने पहली बार एंट्री कर हासिल किया तीसरा स्थान

-महिला वर्ग में महाराष्ट्र की ज्योति शंकर राव गोते ने लगातार पांचवीं बार लक्ष्य साधा, हाथरस की अनीता चौधरी दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं वाराणसी की रानी यादव

ALLAHABAD: संगमनगरी में आयोजित 33वीं अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन के पुरुष वर्ग में भारतीय सेना ने एक बार फिर अपना परचम लहराते हुए टॉप थ्री पर कब्जा जमाया है। रविवार को आयोजित मैराथन में 6 सिख रेजीमेंट में लायंस हवलदार रशपाल सिंह ने दूसरी बार अपनी बादशाहत कायम की। इसके पहले वे वर्ष 2013 में भी विजेता रह चुके हैं। पहली बार मैराथन में एंट्री लेने वाले इलाहाबाद के 111 टीए बटालियन में सूबेदार अनिल कुमार सिंह ने दूसरा और कुमाऊं रेजीमेंट, रानीखेत के आनंद सिंह रावत ने तीसरा स्थान हासिल किया। वहीं महिला वर्ग में महाराष्ट्र की ज्योति शंकर राव गौते लगातार पांचवीं बार भी सर्वश्रेष्ठ धाविका बनीं। पुरुष वर्ग की तरह ही महिला वर्ग में भी पहली बार एंट्री करने वाली गाजीपुर की अनिता चौधरी दूसरे स्थान पर तो वाराणसी डीएलडब्लू में कार्यरत रानी यादव तीसरे स्थान पर रहीं।

गुब्बारा उड़ाकर दिखाई हरी झंडी

इंदिरा मैराथन का शुभारंभ पूर्व निर्धारित समय के मुताबिक सुबह 6.30 बजे हुआ। आनंद भवन के सामने मुख्य अतिथि अंतरराष्ट्रीय एथलीट व लक्ष्मण अवॉर्डी प्रमोद कुमार तिवारी ने हरी झंडी दिखाकर धावकों को लक्ष्य साधने के लिए प्रोत्साहित किया। डीएम सुहास एलवाई, खेल निदेशक उप्र डॉ। आरपी सिंह, क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी चंचल शर्मा व प्रमोद तिवारी ने गुब्बारा उड़ाकर धावकों की हौसला आफजाई की। सुबह 6:30 बजे चिप टाइमिंग मैट पर पैर रखकर धावकों ने 42.195 किमी दौड़ना शुरु किया।

दिलचस्प रही दौड़

आनंद भवन से रशपाल सिंह, विनोद कुमार, पंकज ढाबा, पाटले, हेरा राम, भारम प्रकाश, सुरेश कुमार साहू, योगेन्द्र सिंह व अरविंद कुमार एक साथ राणा प्रताप चौराहे तक दौड़ते रहे। लेकिन सुभाष चौराहे तक आते-आते इलाहाबाद के अनिल कुमार सिंह ने रशपाल सिंह की बराबरी कर ली। इन दोनों के साथ विनोद कुमार, हेरा राम, पंकज ढाबा, आनंद सिंह, मनदीप सिंह भी जोरदार एंट्री कर साथ हो लिए। कांटे की यह लड़ाई नए यमुना पुल के एंट्री प्वाइंट पर सुबह 7.40 बजे तक बनी रही। 26 किमी पर बने अरैल स्थित टर्निग प्वॉइंट तक यह सभी धावक एक-दूसरे से कंधा से कंधा मिलाते हुए पहुंचे। वापसी में पुल पर इंट्री करते हुए अनिल कुमार सिंह पाटले, आनंद सिंह, भानु प्रताप सिंह, रशपाल सिंह, भारम प्रकाश, कमल सिंह, धर्मेन्द्र सिंह व सुखदेव सिंह टॉप नाइन में पहुंच गए। लेकिन पुल पार करने के बाद रशपाल सिंह, अनिल कुमार सिंह, आनंद सिंह, भारम प्रकाश व धर्मेन्द्र सिंह ने अपने अन्य प्रतिद्वंद्वियों से निर्णायक बढ़त बना ली थी। फिर मेडिकल कॉलेज चौराहे से लेकर स्टेडियम के अंतिम प्वॉइंट तक सबसे आगे रशपाल सिंह, अनिल कुमार सिंह व आनंद सिंह ने एक-एक कर एंट्री की।

एक किमी की लीड से ज्योति बनी विजेता

आनंद भवन के सामने जब मैराथन की शुरुआत हुई तो महाराष्ट्र की धाविका ज्योति शंकर राव गौते ने अपने अन्य प्रतिद्वंद्वियों से करीब एक किमी की बढ़त बना ली थी। जब गोते राणा प्रताप चौराहे पर पहुंची तो अनीता चौधरी, रानी यादव, रीता पटेल, रंजना व कंचन सिंह उनसे काफी पीछे चल रही थीं। गोते ने यमुना पुल पर पहुंचते-पहुंचते अपनी प्रतिद्वंद्वियों को दो किमी पीछे छोड़ दिया। उनकी यह बढ़त अरैल टर्निग प्वाइंट से लेकर स्टेडियम तक बनी रही। उन्होंने सबसे पहले स्टेडियम के अंदर एंट्री की। उसके बाद अनिता चौधरी फिर रानी यादव पहुंची।

-इंदिरा मैराथन के पुरुष वर्ग में इलाहाबाद के 175 धावकों ने हिस्सा लिया। जबकि यूपी के विभिन्न जिलों व देश के कई प्रांतों से आवेदन करने वाले 221 धावकों ने प्रतिभागिता की।

-महिला वर्ग में स्थानीय स्तर की 23 और बाहरी प्रांतों से 16 धाविकाओं ने हिस्सा लिया था।

विजेताओं को मिली राशि

पुरुष व महिला वर्ग

प्रथम : दो लाख रुपए

द्वितीय : एक लाख रुपए

तृतीय : 75 हजार रुपए

सांत्वना पुरस्कार : 11, प्रत्येक को दस हजार रुपया