- अप्वॉइटमेंट से दो घंटा लेट पहुंचे तो टाइम हुआ बाउंस

- ऑर्डनरी से जम्बो पासपोर्ट बनवाने पहुंचे थे मोहम्मद शमी

BAREILLY:

विपक्षी बैट्समैन को बाउंसर बॉल से चौंकाने वाले इंडियन क्रिकेट टीम के मीडियम पेशर बॉलर मोहम्मद शमी अहमद थर्सडे को खुद बाउंसर के शिकार हो गये। शमी थर्स पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीएसके)अपना पासपोर्ट बनवाने पहुंचे, लेकिन लेटलतीफी के चलते उनका मिला अपॉइटमेंट बाउंस कर गया। साथ ही, उनके डॉक्यूमेंट में भी कमियां थी, जिस वजह से पासपोर्ट बनाये जाने की प्रक्रिया में प्रॉब्लम्स पैदा हो गई। हालांकि, पासपोर्ट अधिकारियों किसी तरह से शमी का पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया को पूरा किया।

11.50 बजे का था अपॉइटमेंट

अमरोहा के रहने वाले मोहम्मद शमी अपने भाई और फ्रेंड्स के साथ पीएसके पासपोर्ट बनवाने के लिए पहुंचे थे। ऑनलाइन आवेदन के बाद उन्हें थर्सडे सुबह 11.50 का अपॉइटमेंट मिला था, लेकिन वह करीब दो घंटे देरी से पीएसके पहुंचे। जिस वजह से उनका अपॉइटमेंट ऑटोमेटिक बाउंस हो गया। वहीं उनके डॉक्यूमेंट में भी कमियां रही। जिस वजह से डॉक्यूमेंट की कमी को पूरा करने और उनके पासपोर्ट बनाये जाने की प्रक्रिया शाम चार बजे के बाद भी जारी रही। ताकि, शमी का पासपोर्ट समय पर जारी हो सके। हालांकि, पीएसके अधिकारियों ने ऐसा कुछ होने से मना कर दिया कि शमी ने पासपोर्ट के लिए जो डॉक्यूमेंट सबमिट किए हैं, उसमें कुछ कमी हैं।

जम्बो पासपोर्ट बनवाने पहुंचे थे

मोहम्मद शमी का 35 पन्नों का एक ऑर्डनरी पासपोर्ट पहले का बना है। 2011 में बने इस पासपोर्ट की वैधता 2020 तक की है, लेकिन इंडियन क्रिकेट टीम की ओर से बार-बार फॉरेन जाने की वजह से उनका ऑर्डनरी पासपोर्ट स्टॉम्प लगने से भर चुका है, जिस वजह से वह थर्सडे को जम्बो पासपोर्ट बनवाने पीएसके पहुंचे थे। 60 पन्नों वाले जम्बो पासपोर्ट की फीस 2000 रुपए है।