इलाहाबाद सिटी और अंचल के विभिन्न स्कूलों में हुआ इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट

स्टूडेंट्स ने दिखाई अपनी मेधा की झलक, हजारों की संख्या में जुटी भीड़

ALLAHABAD: स्टूडेंट्स पूरे साल पढ़ाई करते हैं। लेकिन खुद को सही ढंग से परखने का मौका कम ही मिलता है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से स्टूडेंट्स को खुद को परखने और उसके अनुसार सही करियर का सलेक्शन करने की समझ देने के लिए गुरुवार को इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट सीजन-4 का आयोजन किया गया। टेस्ट का आयोजन इलाहाबाद सिटी के साथ ही अंचल और प्रतापगढ़, कौशांबी के भी कई स्कूलों में किया गया।

हर प्रश्न पर लगया दिमाग

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से आयोजित टेस्ट में बच्चों में अपने भविष्य और करियर को लेकर फिक्र साफ दिखा। टेस्ट में क्लास फिफ्थ से ट्वेल्थ तक के स्टूडेंट्स को शामिल होना था। पेपर भी इसी ढंग से तैयार कराया गया था, जिससे स्टूडेंट्स के आईक्यू लेवल के साथ ही उनका इंट्रेस्ट ऑफ पर्टिकुलर सब्जेक्ट आसानी से परखा जा सके। स्टूडेंट्स ने इंट्रेस्ट के सवालों को हल करने के लिए कड़ी मेहनत की। क्वेश्चन बुकलेट में कई ऐसे सवाल थे, जिन्हें सॉल्व करने के लिए स्टूडेंट्स को अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ी। टेस्ट के दौरान स्टूडेंट्स प्रश्नों को सॉल्व करने में पूरी सावधानी बरतते दिखाई दिए। मैथ्स के सेक्शन से जुड़े सवालों को सॉल्व करने में भी स्टूडेंट्स ने कैलकुलेशन पूरा करने में पूरी सर्तकता बरती।

अंचल के छात्रों में भी दिखा जोश

शहर के साथ ही टेस्ट का आयोजन अंचल के भी विभिन्न स्कूलों में किया गया। वहां भी स्टूडेंट्स के बीच गजब का उत्साह दिखाई दिया। कई ऐसे स्टूडेंट्स भी टेस्ट में शामिल हुए, जिनके लिए यह पहला मौका था। उनमें टेस्ट को लेकर टेंशन भी दिखी। बच्चों ने स्कूल टाइम में ही टेस्ट में पार्टिसिपेट किया। अंचल में टेस्ट के दौरान स्टूडेंट्स को ओएमआर शीट भरने में थोड़ी दिक्कत हुई। तब क्लास में मौजूद टीचर्स ने उन्हें इसका तरीका विस्तार से समझाया।

आईनेक्स्ट एक बड़ी अपारच्यूनिटी है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट के जरिए हमारी सोच का दायरा बढ़ा। नेक्स्ट इयर भी इसमें जरूर शामिल होना है। नेक्स्ट इयर पहले से तैयारी करूंगी, जिससे और बेहतर कर सकूं।

ईशिता

आईआईटी का पेपर काफी अच्छा था। सबसे बड़ी बात पहली बार इस टेस्ट में पार्टिसिपेट करने का मौका मिला। क्वैश्चन की बात करें तो स्टैण्डर्ड काफी अच्छा था। ऐसे टेस्ट में शामिल होने से सभी स्टूडेंट्स को आगे चलकर काफी फायदा होगा।

ओम पाण्डेय

टेस्ट के क्वेश्चन बहुत अच्छे थे। हालांकि कुछ क्वेश्चन उलझाने वाले थे। लेकिन कुल मिलाकर टेस्ट काफी अच्छा रहा। घर में पैरेंट्स ने ये समझा कर भेजा था कि क्वेश्चन का आंसर सोच समझ कर ही देना। जिससे रिजल्ट अच्छा आए।

आदित्य अमन सिंह

फ्यूचर में कई तरह के एग्जाम और कांपिटीशन चेस करना है। इसका आईडिया टेस्ट में शामिल होने के बाद काफी हद तक मिल गया। जिस पैटर्न पर आईआईटी हुआ मेरे हिसाब से आज के समय में इसी की सबसे अधिक डिमांड है।

हर्षित शुक्ला

अपनी नॉलेज इन्क्रीज करने के लिए आईआईटी में पार्टिसिपेट कर रही हूं। आईआईटी का अनुभव काफी अच्छा रहा। क्वेश्चन का लेवल बहुत ही बेहतरीन रहा। ऐसे टेस्ट में पार्टिसिपेट करने से कांफीडेंस लेवल बढ़ता है। जो आगे चल कर कांपीटिशन एग्जाम में फायदेमंद साबित होता है।

फुहार

टेस्ट में शामिल होने के पीछे सबसे बड़ा मकसद ये था कि मुझे खुद की तैयारी के बारे में पता करना था। इसी सोच के साथ मैने टेस्ट में पार्टिसिपेट किया। आगे चलकर और मेहनत करनी है। जिससे करियर को सही दिशा में बढ़ा सकूं।

अर्चना

टेस्ट में क्वेश्चन काफी अच्छे थे। लेकिन कई ऐसे क्वेश्चन भी थे, जिन्होंने चक्कर में डाल दिया। कुल मिलाकर टेस्ट काफी बेहतर रहा।

स्मृति राय

टेस्ट तो अच्छा था, लेकिन सबसे ज्यादा कॉपटीशन हम दोस्तों के बीच रहेगा। रिजल्ट देखने पर पता चलेगा कि किसका आई क्यू कितना तेज है। ओवर ऑल बात करें तो आईआईटी सभी स्टूडेंट्स को भविष्य के लिए तैयार होने में मददगार साबित होगा।

आदित्य