-स्टूडेंट्स के अलावा पेरेंट्स भी ओपन टेस्ट सेंटर में सक्रिय रहे

-स्कूलों के बाहर 2 बजे से ही पेरेंट्स व स्टूडेंट्स ने डाल दिया था डेरा

KANPUR:

इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट को लेकर स्टूडेंट्स में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। स्टूडेंट्स ने टेस्ट के जरिए अपनी प्रतिभा का दम दिखाया। स्कूलों में जहां टेस्ट को लेकर स्टूडेंट्स जोश में नजर आए वहीं ओपन टेस्ट सेंटर्स पर स्टूडेंट्स के साथ पेरेंट्स भी दोपहर दो बजे से ही तपती धूप में एंट्री का इंतजार करते दिखे। किसी को रूम नंबर की तलाश थी तो किसी को फिक्र थी कि रूम नंबर नहीं मिला है, अब कैसे पेपर देंगे। वहीं स्टूडेंट्स के बीच पहली बार ओएमआर सीट पर टेस्ट देने का क्रेज भी देखने को मिला।

तीन घंटे बच्चों के इंतजार में बैठे रहे पेरेंट्स

ओपन सेंटर्स पर बच्चों को टेस्ट दिलाने के लिए साथ आए पेरेंट्स एग्जाम खत्म होने तक बाहर ही बैठकर इंतजार करते रहे। बच्चों के बाहर आने पर उनकी खुशी देखकर उनकी सारी थकान दूर हो गई। वहीं कल्यानपुर आवास विकास में रहने वाली देवांशी सिंह ने कहा कि उसे सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि पहली बार ओएमआर सीट पर पेपर देने को मिल रहा है। इस मेधावी स्टूडेंट ने पेपर निर्धारित टाइम से पहले ही पूरा कर लिया था। कुछ बच्चों का रूम नंबर नहीं मिला तो उन्हें अलग रूम में बैठाकर टेस्ट दिलाया गया।

पेंसिल भूलने से परेशान हुए पेरेंट्स

दून इंटरनेशनल स्कूल में आयुष राठौर की मां को जब जानकारी मिली कि एचबी पेंसिल का यूज ओएमआर सीट में करना है तो वह परेशान हो गईं। स्टेशनरी शॉप जाकर पेंसिल ले आईं और स्कूल प्रशासन से रिक्वेस्ट कर बेटे को पेंसिल पहुंचा दी। पेरेंट्स में टेस्ट को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला। अधिवक्ता श्लोक दुबे अपनी बेटी को लेकर पेपर दिलाने ओपन टेस्ट सेंटर पहुंचे।